सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर जिले की ग्राम पंचायत हथडोली के बासड़ा नदी गांव में प्रशासन के द्वारा रोड के दोनों तरफ का अतिक्रमण हटवाकर ग्राम पंचायत के द्वारा नरेगा योजना में लगभग 10 लाख की लागत से नाले का निर्माण करवाया गया था। जिससे पानी निकासी हो जाने से जलभराव की समस्या से छुटकारा तो मिल गया था, लेकिन नाले की सफाई नहीं होने से ग्रामीणों अब परेशान है।
मिली जानकारी के अनुसार साल 2018 में नाला निर्माण होने के बाद से लेकर अब तक एक बार भी नाले की सफाई नहीं करवाए जाने तथा रोड के किनारे दोनों तरफ निवास कर रहे लोगों द्वारा नाले में जगह जगह मिट्टी और कचरा डालकर उसे अवरूद्ध कर दिये जाने से गांव में बैरवा मोहल्ला, मीना मोहल्ला, राजकीय विद्यालय के पास आदि स्थानों पर जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्राम पंचायत प्रशासन की उदासीनता के चलते आबादी से निकलने वाली नालियों का पानी भी एक स्थान पर जाकर एकत्रित हो रहा है।
इसके साथ ही कहीं जगहों पर इन नालियों को भी स्थानीय निवासियों द्वारा अवरूद्ध कर दिया गया है, जिससे जल भराव और किचड़ की समस्या बनी हुई है। कुछ दिनों पहले ही पुर्व सरपंच भैरूलाल मीना ने नाले की सफाई को लेकर उपखण्ड अधिकारी बाैंली, तहसीलदार बाैंली, विकास अधिकारी बाैंली और जिला कलेक्टर सवाई माधोपुर को पत्र लिखकर नाले और रोड पर फैले हुए किचड़ की सफाई करवाने की मांग की थी। लेकिन अभी तक किसी प्रकार का कोई सफाई कार्य नहीं हो करवाया गया है।
इस समस्या के कारण रास्ते में भरे हुए पानी और किचड़ के बीच में से रोजाना पीपलवाडा स्कूल में पढ़ने जाने वाले बालक बालिकाओं और ग्राम पंचायत के हथडोली सहरावता सवासानदी जाने वाले ग्रामिणों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही बरसात का और नालियों का गंदा पानी और किचड़ जमा हो जाने के कारण मच्छर पैदा हो रहे हैं, जिससे मौसमी बिमारियो के फैलने का भी खतरा बना हुआ है।