जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज शनिवार को ईसरदा बांध निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। साथ डूब क्षेत्र में आने वाले किसानों की समस्याओं को सुना तथा पुनर्वास एवं राहत पैकेज को जल्द से जल्द क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
किसानों ने बताया कि जमाबंदी में बारानी जमीन दर्ज है लेकिन वास्तव में सिंचित भूमि है और गिरदावरी भी सिंचित भूमि के हिसाब से ही की जा रही है जिससे मुआवजा कम निर्धारित हुआ है। कुछ कुओं का राजस्व रेकार्ड में इन्द्राज नहीं होने के कारण इनके पेटे मुआवजा नहीं मिला है। जिला कलेक्टर ने किसानों की समस्याओं की सुनवाई कर आगामी बुधवार से तीन दिन तक ईसरदा के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में बांध के अधिकारियों को कैम्प लगाने के निर्देश दिए। कैम्प में किसानों को नकल दी जायेगी तथा अन्य समस्याओं के समाधान के लिए सलाह एवं उचित परामर्श दिया जाएगा।
किसानों ने बताया कि रबी की फसल कटने तक उनके खेतों में बांध सम्बंधी निर्माण कार्य नहीं किया जाये। इस पर जिला कलेक्टर ने बताया कि सवाई माधोपुर जिले के 177 गांवों को इससे पेयजल मिलेगा, अन्य जिलों को भी इससे लाभ मिलेगा। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में देरी उचित नहीं है। फिर भी मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये अति आवश्यक लगभग सात सौ मीटर क्षेत्र को छोड़कर खड़ी फसल को खराब नहीं किया जाएगा तथा खाली भूमि पर प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य करवाया जाएगा।
1038 करोड़ रूपये के इस प्रोजेक्ट में जिले के 4 गांव डूब क्षेत्र में आ रहे हैं। यहाॅं के प्रत्येक व्यक्ति को 6.36 लाख रूपये मुआवजा तथा नियमानुसार मकान के लिये प्लाॅट मुआवजे के रूप में दिया जा रहा है। प्लाॅट के लिये शिवाड़ और ईसरदा में काॅलोनी बनाई गयी है। अभी 80 लोगों ने मुआवजा नहीं लिया है। जिला कलेक्टर ने ऐसे सभी व्यक्तियों से जल्द से जल्द मुआवजा लेने की अपील की है ताकि वे इस धन से अपना स्वरोजगार या अन्य गतिविधि संचालित कर सके।
जिन व्यक्तियों ने बैंक से कृषि या अन्य ऋण ले रखा है, उनकी मुआवजा राशि में से बैंक ऋण राशि काटकर शेष राशि का भुगतान कर रहे हैं। जिला कलेक्टर ने बैंक अधिकारियों को इस सम्बंध में किसानों के हित का ध्यान रखने और आरबीआई की गाईडलाइन की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने निर्माण कार्य में पूर्ण गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा कार्य की गति में तेजी लाने के निर्देश निर्माण ऐजेंसी और सम्बंधित फर्म को दिये। कलेक्टर ने बांध के निर्माण के कार्य का निरीक्षण भी किया। बैठक में ईसरदा बांध विस्थापन के एडीएम, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, चौथ का बरवाड़ा एसडीएम वर्षा मीना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।