सवाई माधोपुर: खेती के परंपरागत तरीकों से हटकर जिले में नवाचार अपना रहे प्रगतिशील किसानों से जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने बुधवार को उनके द्वारा अपनाई गई नवाचार गतिविधियों का उनके खेतों पर जाकर अवलोकन कर किसानों से नवाचारों से हुए लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त की। जिले में कई किसान कृषि एवं उद्यान विभाग की प्रेरणा से फसल विविधीकरण, जैविक व प्राकृतिक खेती के साथ ही हाईटेक हार्टिकल्चर टेक्नोलॉजी को अपनाकर अपनी लगन एवं मेहनत से सफल होकर मिसाल बन रहे हैं।
जिला कलक्टर ने करमोदा गांव के नवाचारी व प्रगतिशील किसान रामप्रसाद मीणा द्वारा की जा रही खजूर की खेती का अवलोकन किया। जिन्होंने खजूर उत्कृष्टता केंद्र जैसलमेर से 4 वर्ष पूर्व खजूर लाकर बरही, ख़ुनैजी (मादा) व धमानी (नर) किस्म पौधे रोपित किए थे, जिसमें डोका खजूर उत्पादन में सफलता अर्जित की। जिला कलक्टर ने सूरवाल गांव के विशेषज्ञ प्रगतिशील किसान जानकीलाल मीणा के खेत पर जाकर उनके द्वारा जैविक एवं प्राकृतिक खेती अपनाकर खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, चारा फसलों, सब्जियों के अलावा अमरूदों का उत्पादन को देखा। प्रगतिशील किसान जानकीलाल ने बताया कि वे स्वयं के स्तर पर वर्मी कंपोस्ट, गाय के गोबर एवं मूत्र से जीवामृत, घनामृत, दशपर्णी अर्क, नीम से बायोपेस्टिसाइड आदि तैयार कर जैविक फसलों का उत्पादन करते है।
इस दौरान जिला कलक्टर ने दोंदरी गांव में विशेषज्ञ प्रगतिशील किसान हाजी लियाकत अली के हाईटेक हॉर्टिकल्चर फार्म का अवलोकन किया। जिन्होंने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत 4000 वर्ग मीटर के दो पोली हाउस स्थापित किए और खीरे की खेती कर रहे हैं। साथ उनके द्वारा वर्षा जल संरक्षण कर पक्के फार्म पॉन्ड में कतला एवं कॉमनकॉर्प प्रजाति की मछलियों का उत्पादन भी किया जा रहा है। जिला कलेक्टर ने किसानों से उनके द्वारा किए जा रहे नवाचारों को सराहा और प्राप्त आय के बारे में जानकारी लेते हुए कृषि अधिकारियों को अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
भ्रमण के दौरान कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामराज मीणा, परियोजना निदेशक आत्मा अमर सिंह, उपनिदेशक उद्यान फूल उत्कृष्टता केंद्र, लखपतलाल मीणा, उप निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क हेमंत सिंह, सहायक कृषि अधिकारी विजय जैन, उप सरपंच जगदीशी मीणा, किसान हंसराज मीणा, रामकिशोर मीणा, नासिर अली, नियामत अली, अख्तर अली आदि सहित कई किसान मौजूद रहे।