जिले में 36 स्थानों पर सोमवार से कोविड-19 टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हुआ। इसमें 60 साल से अधिक आयु के व्यक्तियों तथा 45 साल से अधिक आयु के गम्भीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों ने टीके लगवाए। इसके अतिरिक्त बैकलॉंग हैल्थ केयर वर्कर को भी टीके की दूसरी डोज दी गई। जिला राजेंद्र किशन ने सूरवाल, भाडौती, मलारना डूंगर, बाटौदा और बरनाला में स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण का निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने लाभार्थियों के वेरिफिकेशन, कॉविन सॉफ्टवेयर पर डेटा दर्ज करनेए टीका लगाने से पूर्व तथा बाद के प्रोटोकॉल सहित अन्य प्रक्रियाओं की जानकारी ली तथा ऑब्जर्वेशन रूम से बाहर आये लाभार्थियों से फीडबैक लिया कि कोई साइड इफैक्ट तो नहीं है। सभी लाभार्थियों ने बताया कि कोई साइड इफैक्ट नहीं है। वे गर्वित महसूस कर रहे हैं कि कोविड-19 मुक्त भारत की दिशा में उनका भी योगदान दर्ज कर लिया गया है। कलेक्टर ने लाभार्थियों और टीकाकरण में लगे स्वास्थ्यकर्मियों, मोबिलाइजर व डेटा एंट्री ऑपरेटरों की हौसला अफजाई की।
कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद बताया कि सोमवार से शुरू हुए तीसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है। आयु की गणना के लिये कट ऑफ डेट 1 जनवरी, 2022 निर्धारित की गई है। टीका सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क तथा निजी अस्पताल में केन्द्र सरकार द्वारा तय की गई कीमत पर लगाया जा रहा है जिसमें टीके की कीमत और पंजीकरण शुल्क शामिल है। जिले के 34 सरकारी और 2 निजी अस्पतालों में सोमवार को टीके लगाये गये। कलेक्टर ने बताया कि टीका पूर्ण परीक्षण और ट्रायल के बाद लॉंच हुआ है। यह पूर्ण सुरक्षित है, इसके कोई साइड इफैक्ट सामने नहीं आये हैं। जब भी आपकी बारी आये, आप टीका जरूर लगाए ताकि देश कोविड-19 मुक्त हो सके। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, साथिन व अन्य कार्मिकों से लाभार्थी समूह को टीकाकरण कार्यक्रम की पूर्ण जानकारी देने, उन्हें टीका लगाने के लिये प्रेरित करने की बात कही।
कलेक्टर ने पॉंचों स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जॉंच योजना, जननी सुरक्षा योजना, शिशु और माताओं को टीके के सम्बंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपकरणों का निरीक्षण किया तथा देखा कि जॉंच उपकरण फंक्शनल हैं या नहीं। उन्होंने सूरवाल में संस्थागत प्रसव बढ़ाने तथा रक्त जॉंच की सीवीसी मशीन की मरम्मत करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने सूरवाल पीएचसी में पूर्व में किये अपने निरीक्षण के दौरान दिये निर्देशों की पालना की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान सम्बंधित एसडीएम व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
सोमवार को जिला अस्पताल, सवाई माधोपुर, उप जिला अस्पताल बामनवास, बरनाला, बाटोदा, लिवाली, पिपलाई, बौंली, मलारना डूंगर, मित्रपुरा, भाडोती, खिरनी, मलारना चौड़ पीपलदा, उप जिला अस्पताल गंगापुर, खंडीप, पीलोदा, वजीरपुर, अमरगढ़ चौकी, सेवा, तलावड़ा, उदेई खुर्द, बहरावंडा खुर्द, खंडार, बालेर, फलोदी, बहरावंडा कलां, भगवतगढ़, चौथ का बरवाड़ा, कुंडेरा, शिवाड़, कुस्तला, सूरवाल, हीगोटिया, उदेई मोड़ गंगापुर एवं निजी अस्पताल आचार्य मेमोरियल सवाई माधोपुर व सीपी हॉस्पिटल गंगापुर में टीकाकरण हुआ।