राज्य सरकार और बाल अधिकारिता विभाग यूनिसेफ एवं पीसीसीआरसीएस के संयुक्त तत्वाधान में चलाए जा रहे बाल संरक्षण संकल्प यात्रा का समापन जिला स्तरीय बाल संरक्षण मेला के साथ होगा।
मेले का आयोजन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बौंली में प्रातः 10 बजे से 2 बजे तक किया जाएगा। जिसमें योजनाओ से जुड़े सभी विभाग स्टाल लगाएंगे। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाथों हाथ दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाये जाने के लिए मेडिकल टीम भाग लेगी।
जिला कलेक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी बद्रीनारायण मीणा ने सभी विभागों को मेले में भाग लेकर योजनाओं के लाभ दिलाने के निर्देश दिए। समारोह में विभिन्न विद्यालयो के लगभग एक हजार बच्चे और चयनित ग्राम पंचायतों के पात्र व्यक्ति व सरपंच भाग लेंगें मेले में अतिरिक्त जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, जिला प्रमुख सहित कई जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है।
पिछले 17 दिनों से 16 ग्राम पंचायतों में यात्रा के बाल मित्र ने बच्चों के साथ बाल हिंसा, बाल विवाह, बालश्रम एवं बाल तस्करी जैसे मुद्दों पर कई नवाचार किए है। इन विषयों पर निंबंध, चित्रकला एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई है जिसके विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही यात्रा में उत्कृष्ठ कार्य के लिए शिक्षक, पत्रकार एवं प्रबुद्वजनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। शिक्षामय माहौल बनाने के लिए बच्चों द्वारा सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे। हौसला बढ़ाने के लिए राजस्थानी सिनेमा के हास्य कलाकार पन्या सेपट द्वारा बच्चों के साथ संकल्प गीत पर प्रस्तुति दी जाएगी। सोलहवें दिन यात्रा दल कोडयाई पहुंचा जहां सरपंच प्रेम देवी मीणा की अध्यक्षता में पंचायत सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण ईकाई का गठन कर सदस्यों का क्षमतावर्धन किया गया। ग्राम भ्रमण घर-घर दस्तक के दौरान 14 सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आवेदन आनलाईन कराने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। बाल मित्रों द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कोडयाई में बच्चों के साथ विभिन्न नवाचारों के माध्यम से बच्चों के अधिकार, सुरक्षा व संरक्षण की जानकारी देते हुए यात्रा के सात संकल्प पर भी चर्चा की गई। इस दौरान प्रधानाचार्य भगवान सहाय मीणा, पंचायत समिति सदस्य कुंजीलाल मीणा, विधायक प्रतिनिधि गंगाराम मीणा आदि उपस्थित थे।