सवाई माधोपुर जिले के अंतर्गत बौंली थाना क्षेत्र में कोर्ट की रोक के बाद भी अवैध बजरी खनन एवं परिवहन धड़ल्ले से हो रहा है। बजरी खनन माफिया भी अब बेखौफ नजर आते हुए दिखाई देते है। बनास नदी क्षेत्र में अवैध बजरी के सैकड़ों टन ढ़ेर लगे हैं। यह अवैध बजरी का स्टॉक नेशनल हाईवे, चारागाह भूमि एवं खातेदारी भूमि पर है। इसके बावजूद भी खनन विभाग, राजस्व एवं पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं करते दिखाई देते है।
मशीनों से खोदी जा रही है गहरी खाइयां:-
बनास नदी चरागाह में से मशीनों के द्वारा गहरी खाइयां खोदी दी है। बजरी माफियाओं ने खाइयां खोदकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से अवैध बजरी का परिवहन कर नदी के पास के गांवों में ही बजरी का ढ़ेर लगा दिया है। जिसे डंपरों में भरा जाता है। अधिकतर यह अवैध बजरी के ढ़ेर सड़क के पास हो रहे है। जिससे बजरी को भारी वाहनों में आसानी से भरा जा रहा है। ढ़ेर के पास सड़क पर बजरी फैली रहती है। जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है।
उल्लेखनीय है कि अवैध बजरी खनन की शिकायत पर आईजी के निर्देश पर घाटा नेनवाड़ी निर्माणधीन नेशनल हाईवे पर मोरेल नदी के पास गत दिनों कार्रवाई हकी गई थी। कार्रवाई के दौरान लगभग 10 वाहन को जप्त किया गया था। इसके बाद बौंली थाना अधिकारी कुसुमलता मीणा को लाइन हाजिर किया गया एवं बौंली थानाधिकारी के पद से जिला पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई ने एक आदेश जारी करते हुए कार्यमुक्त किया था।
सूत्रों के अनुसार हिंदूपुरा, सहरावता, जटावती, बड़ा गांव सरवर एवं डिडवाडी सहित नेशनल हाईवे पर अवैध बजरी के बड़े ढेर लगे हुए है। गत शनिवार को ही बांस की पुलिया एवं पीपलवाड़ा सहित अन्य सड़कों पर बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली सरपट दौड़ते हुए नजर आए।
अवैध बजरी परिवहन को लेकर इनका कहना है:-
रणथंभौर में लगे गणेश मेले के कारण जाप्ता लगा था। अब वापस जाप्ते को बुला लिया है। अवैध बजरी खनन एवं परिवहन, बजरी के लगे ढ़ेर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी : तेजकुमार पाठक (पुलिस उपाधीक्षक, बामनवास)