आगामी गणेश चतुर्थी के अवसर पर 12, 13 एवं 14 सितम्बर 2018 को आस्था एवं श्रद्धा के प्रतीक रणथम्भौर त्रिनेत्र गणेश जी मेला – 2018 के आयोजन के लिये पूर्व आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए सवाई माधोपुर जिला कलेक्टर पी.सी. पवन की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये चर्चा कर इस हेतु आवश्यक दिश निर्देश प्रदान किये। जिला कलेक्टर ने बताया कि मेले के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु उपखण्ड अधिकारी सवाई माधोपुर लक्ष्मीकान्त कटारा मेला मजिस्ट्रेट होंगे। जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान शेरपुर हेलीपेड के पास गत वर्ष की भांति पार्किंग व्यवस्था सुनिचित करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले के दौरान बाघ परियोजना क्षेत्र में पैदल रास्तों से मेले के दर्शनार्थी सवाई माधोपुर शहर से सीधे किले में आते हैं। इस हेतु पर्याप्त संख्या में वन विभाग की ओर से गार्ड लगाकर दर्शनार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
मेले दौरान पूर्व की भांति मंदिर ट्रस्ट तथा पंचायत समिति सवाई माधोपुर द्वारा मेला क्षेत्र में रोशनी एवं विद्युत व्यवस्था करने के जिला कलेक्टर की ओर से निर्देश दिए गए। इसी प्रकार यात्रियों के लिये पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश प्रदान किए गए। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिला रसद अधिकारी तथा चिकित्सा विभाग मेले के दौरान बिकने वाली खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये सभी उपाय करेंगे। जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान चिकित्सा विभाग को मेडिकल कैम्प लगाने तथा चिन्हित स्थानों पर एम्बुलेन्स उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गणेशधाम तक की सभी सड़कों की मरम्मत की जाए। वहीं ग्राम पंचायत की ओर से सूरवाल से शेरपुर तक की सड़क की मरम्मत करवाई जाए। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि बारिश के दौरान शहर की सड़के क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे जगह-जगह सड़कों पर खड्ड़े होने से दुघर्टनाओं की सम्भावना बढ़ गई है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद को निर्देश दिए कि आमजन की सुविधा के लिये इन सड़को की मरम्मत तत्काल प्रभाव से की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र के आस-पास अवैध शराब की बिक्री न हो। वहीं उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मेले में पहुंचने हेतु सभी तरह की यातायात व्यवस्था एवं साधन मुहैया करवाया जाएं।
जिला कलेक्टर ने पर्यटन विभाग द्वारा रणथम्भौर के इतिहास और दर्शनीय स्थानों के संबंध में साहित्य का वितरण किए जाने के निर्देश दिए। मेले के दौरान दूर संचार व्यवस्था हेतु रणथम्भौर दुर्ग पर अस्थाई संचार व्यवस्था उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। मेला अवधि के दौरान पूछताछ केन्द्र गणेश मंदिर व गणेशधाम पर मेला मजिस्ट्रेट का कक्ष स्थापित किए जाने के निर्देश प्रदान किए। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये जीप व मोटर साईकिलें उपलब्ध करवाई जाएं। जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान मोबाइल शौचालयों, गोताखोरों, माइक व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, अग्निशमन वाहन, सफाई व्यवस्था व वायरलैस सेट आदि उपलब्ध कराने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने मेले के दौरान डी.जे. साउण्ड बन्द रखने के निर्देश दिए तथा मेला क्षेत्र में 20 वीडियोग्राफरों से वीडियोग्राफी करवाने के विकास अधिकारी सवाई माधोपुर को निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान प्रमुख राजकीय कार्यालयों एवं चैराहों पर लाइटिंग करवाने के लिये नगर परिषद को निर्देशित किया। उन्होंने सम्पूर्ण मेला स्थल का स्कैच बनाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। मेले में नियुक्त किये जाने वाल समस्त कार्मिकों को उपजिला मजिस्ट्रेट (मेला मजिस्ट्रेट) के द्वारा फोटोयुक्त परिचय पत्र दिए जाएंगे। पुरातत्व विभाग की ओर से पुष्प वाटिका व हम्मीर महल के पास वाले गार्डन में दूब को काटने और पेड़ों की छंगाई की जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेन्द्र लोढ़ा, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक लक्ष्मणदास, मंदिर श्री गणेश की महाराज किला रणथम्भौर के प्रन्यासी संजय दाधीच सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।