जयपुर: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने राजस्थान विधानसभा के डिजिटल कार्य का बुधवार को अवलोकन किया। देवनानी ने सदन में ई-विधान से विधानसभा सदन व विधानसभा सचिवालय को डिजिटल किये जाने वाले कार्य को 31 दिसम्बर तक आवश्यक रूप से पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने कार्य की प्रगति का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा का आने वाला सत्र पेपर लैस होगा।
उन्होंने कहा कि नये सत्र में राजस्थान विधानसभा का सदन नये रूप में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा के सदन में सदस्यों की सीटों पर कम्प्यूटर उपकरण स्थापित करने और विधानसभा सदन को पेपर लैस किये जाने हेतु नेवा प्रोजेक्ट का कार्य अन्तिम चरण में है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधान सभा सदन में विधायकों की मेजों पर कम्प्यूटर उपकरण स्थापित करने और विधानसभा को पेपरलैस बनाने का कार्य चरणबद्ध तरीके से इस माह के अन्त तक सम्भवत: पूरा हो जाएगा। ई-विधान से राजस्थान विधान सभा की कार्य पद्धति डिजिटल हो जाएगी।
सदन में विधायकों की प्रत्येक सीट पर लगेंगे आई-पैड:
देवनानी ने बताया कि सदन में विधायकगण की प्रत्येक सीट पर एक आई-पैड लगाया जा रहा है। एक लैपटोप मय प्रिन्टर विधायकगण को उनके आवास के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस परियोजना में 12.61 करोड़ रूपये की राशि व्यय होगी। इस राशि में 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार एवं 40 प्रतिशत भागीदारी राज्य सरकार की होगी।
विधायकों को प्रशिक्षण, सदन में भी तकनीकी मदद मिलेगी:
देवनानी ने बताया कि विधानसभा में नेवा सेवा केन्द्र (ई लर्निंग कम ई-फैसिलेशन सेन्टर) की स्थापना का स्थान निर्धारित कर दिया गया है। इसके तहत विधायक, अधिकारियों व कर्मचारियों को नेवा मॉडयूल्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण सामग्री अंग्रेजी, हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएगी। विधायकों को ऑनलाइन कार्य करने के लिए सदन में भी मौके पर तकनीकी सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।
विधान सभा सदन व सचिवालय हो जाएंगे पेपर लैस:
से राजस्थान विधानसभा का सदन और सचिवालय डिजिटल हो रहा है। इससे विधान सभा सदन व सचिवालय की कार्यवाही पेपरलैस हो जाएगी। इस ई-विधान एप्लीकेशन से राज्य विधानसभा के सदस्यों और अधिकारियों को कार्य करने में आसानी होगी। इस एप्लीकेशन के तहत विधानसभा के सदन से संबंधित विधेयक, रिपोर्टस आदि की जानकारी मीडिया, अनुसंधानकर्ता और आम नागरिक भी आसानी से देख सकेंगे।
त्रिपार्टी मेमोरेंडम ऑफ अण्डर स्टेण्डिंग के अनुसार केन्द्र सरकार की राज्य की विधानसभाओं को डिजिटल बनाये जाने के लिए “वन नेशन-वन एप्लीकेशन” के तहत नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन के उपयोग के साथ राजस्थान विधान सभा को डिजिटल बनाये जाने की प्रकिया का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।
एप के माध्यम से मोबाइल पर भी देख सकेंगे ई-विधान:
ई-विधान एप एन्ड्रोएड और आई.ओ.एस. दोनों तरह के मोबाइल पर चल सकेगा। यह ऐप ई-बुक और वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगा। नेवा के तहत सदन की कार्यवाही विवरण, सदन में रखे जाने वाले पेपर्स, विधेयक से संबंधित जानकारी, समितियों की रिपोर्ट, प्रश्न और उनके जवाब, बुलेटिन, कार्यवाही विवरण, डिजिटल लाईब्रेरी, सूचनाएं और सदस्यों से संबंधित जानकारी एक ही एप्लीकेशन में उपलब्ध होगी।
विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के साथ विधान सभा के सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक रफीक खान, विधायक हरिमोहन शर्मा, विधान सभा के विशिष्ट सचिव भारत भूषण शर्मा, विशिष्ट सहायक के.के. शर्मा सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।