एसीबी जोधपुर की स्पेशल यूनिट ने जालोर जिले के भीनमाल उपखंड मुख्यालय पर एक एईएन को ठेकेदार से 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जोधपुर में बिड़ला स्कूल के पास रहने वाले निवासी सुनील पुत्र अमृतलाल माथुर नाम का एईएन चिकित्सा विभाग निर्माण शाखा एनएचएम में संविदा पद पर कार्यरत है। जालोर-भीनमाल मुख्य सडक़ से एईएन सुनील को गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत में लिप्त संविदाकर्मी कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रकाश कुमार को भी हिरासत में ले लिया है।
जबकि अकाउंटेंट कुंदन पुत्र लाचीराम सुथार एसीबी की भनक लगने से जालोर से फरार होने कामयाब हो गया। यह रिश्वत विभाग में जमा ठेकेदार की सिक्योरिटी डिपोजिट दिलवाने की एवज में मांगी गई थी। एसीबी के आईजी कैलाशचंद्र बिश्रोई के सुपरविजन में स्पेशल यूनिट जोधपुर के एएसपी दुर्ग सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में गठित टीम ने कार्रवाई की है।
![ACB Jodhpur arrested AEN for taking bribe of 20 thousand at jalore in Rajasthan](https://vikalptimes.com/wp-content/uploads/2022/02/ACB-Jodhpur-arrested-AEN-for-taking-bribe-of-20-thousand-at-jalore-in-Rajasthan.jpg)
रिश्वत सहायक अभियंता ने खुद के लिए 15 हजार एवं अकाउंटेंट के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। एएसपी दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि भीनमाल के कुशालपुरा निवासी परिवादी राजू सिंह ने वर्ष 2015 में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वर्क ऑर्डर के तहत ग्राम पाथेड़ी में आवासीय क्वार्टर और पीएचसी भवन बनाया था।
अंतिम बिल पेश करके कार्य की एनओसी प्राप्त कर ली गई थी। टेंडर करीब 85 लाख रुपए का था। जिसमें से करीब 65 लाख का निर्माण कार्य करवाया था। उसके बाद वर्ष 2017 में कार्य पूर्ण करवाया गया। जिसकी लागत राशि के बिल पास करवाए गए। टेंडर राशि का 10 प्रतिशत सिक्योरिटी डिपोजिट करीब 6 लाख 50 हजार रुपए विभाग में जमा।
जालोर से भीनमाल गए थे रिश्वत लेने:-
रिश्वत की राशि लेने के लिए एईएन सुनील माथुर व ऑपरेटर प्रकाश दोनों भीनमाल गए हुए थे। भीनमाल कस्बे में क्रेपो होटल के सामने जालोर – भीनमाल मुख्य मार्ग पर दोनों खड़े होकर रिश्वत की राशि ले रहे थे। तभी अचानक एसीबी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अकाउंटेंट कुंदन सुथार उस समय जालोर में था।
भीनमाल में कार्रवाई होने की भनक लगते ही कुंदन वहां से फरार हो गया। सुनील माथुर अपनी सरकारी सेवा से सेवानिवृत होने के बाद संविदा पर एनएचएम चिकित्सा विभाग में लगा हुआ था।