निरिक्षण करवाने के बाद कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये सुधार के निर्देश
जिला कलेक्टर रोजन्द्र किशन ने सवाई माधोपुर बीडीओ और मनरेगा अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये हैं कि वे मनरेगा कार्यों का निरीक्षण, पर्यवेक्षण बढ़ायें, ग्राम विकास अधिकारी, जेटेए, सहायक रोजगार अधिकारी, मेट के परफॉरमेंस की कार्य वाईज समीक्षा करें तथा कमजोर प्रदर्शन वाले कार्मिकों पर कार्रवाई करें। उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज बुधवार को सवाई माधोपुर बीडीओ रामवतार मीना, मनरेगा के अधीक्षीण अभियन्ता प्यारेलाल मीना और सांख्यिकी सहायक निदेशक सतीश कुमार सहारिया की टीम गठित कर सुनारी और सिनोली में मनरेगा के अन्तर्गत जल संरक्षण के 3 कार्याें का औचक निरीक्षण करवाया था तथा अब निरीक्षण में मिली कुछ खामियों को गम्भीरता से लेते हुये निरीक्षण- जांच बढ़ाने के निर्देश दिये हैं।
बुधवार को किये निरीक्षण बीडीओ ने तीनों स्थानों पर निर्माण कार्य सम्बंधी जानकारी का बोर्ड लगाने, प्राथमिक चिकित्सा किट रखने तथा उपस्थिति दर्ज करने के सम्बंध में प्रोटोकॉल/नियम की कठोरता से पालना करने के निर्देश दिये। बीडीओ ने निर्धारित समय सीमा में उपस्थिति दर्ज करने, एवजी श्रमिक को अनुमत न करने, समय सीमा से पहले कार्य स्थल छोडने पर टिप्पणी दर्ज करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के साथ गांवों में रोजगार देने के लिये अभिनव एक्ट के माध्यम से यह योजना संचालित की जा रही है। कुछ लोग कम कार्य करके भी ग्रुप के बाकी सदस्यों के बराबर मजदूरी प्राप्त करना चाहते हैं।
मेट व ग्रुप के अन्य सदस्य ऐसा न होने दें। उन्होंने इस पखवाडे में सुनारी ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक प्रभुदयाल द्वारा एक भी मनरेगा कार्य का निरीक्षण नहीं करने को गम्भीर मानते हुये जिला कलेक्टर को इसकी रिपोर्ट भेजने की बात कही। मनरेगा अधीक्षण अभियन्ता ने निर्देश दिये कि एक ही कार्य स्थल पर 1 से अधिक मेट हैं तो अलग-अलग उपस्थिति होगी। उपस्थिति हॉरिजेंटल नहीं वर्टिकल करें, किसी भी हालत में ऑवर राइटिंग न करें। अनुपस्थित के कॉलम में बिन्दु या डेश लगाने के बजाय क्रॉस लगायें।
गत 3 दिन 79-82 श्रमिक, निरीक्षण हुआ तो 21 रह गये:-
सिनोली ग्राम पंचायत में एनीकट निर्माण कार्य के मस्टररोल में निरीक्षण के समय 85 में से 22 श्रमिकों की उपस्थिति मिली, इसमें से भी 1 मौके पर नहीं मिला जबकि गत 3 दिवस में न्यूनतम 79 व अधिकतम 82 श्रमिक उपस्थित मिले। इस पर अधिकारियों ने पूछा कि आज ही ऐसा क्या विशेष हो गया कि श्रमिक कम हो गये।
इस पर मेट, ग्राम विकास अधिकारी से कोई जवाब नहीं बना। यहां निरीक्षण के समय श्रमिकों के पास कुदाल, फावडे भी नहीं मिले। इस पर श्रमिकों ने बताया कि भोजन अवकाश में औजार साथ लेकर यहां से चले गये थे और अधिकारियों को देखकर जल्दबाजी में लौटे हैं।
बताये 25, मिले 18, उपस्थिति 21 की:-
सिनोली में मुकेश मीना के खेत के पास तलाई की गहराई बढ़ाने और पाल को मजबूत बनाने के कार्य के निरीक्षण में मेट ने बताया कि 62 में से 25 श्रमिक मौजूद हैं। इस पर रजिस्टर देखा तो 21 की उपस्थिति मिली तथा मौके पर गिनती की तो 18 श्रमिक ही मिले। बीडीओ ने इसे गम्भीर माना तथा मेट बदलने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि जो श्रमिक काम ही नहीं करना चाहते, उनका नाम जबर्दस्ती मस्टररोल में क्यों लिख रहे हो, ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को मनरेगा में काम चाहिये। उन्हें प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दें। सुनारी के मऊ में तलाई की खुदाई के कार्य में अच्छा कार्य मिला। यहॉं 112 में से 82 श्रमिक कार्य करते हुये मिले।