राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पहल पर बाल संरक्षण इकाई के तत्वावधान एवं चाइल्ड लाइन के सक्रिय सहयोग से सुरक्षित बचपन अभियान, हमारा प्रण सुरक्षित बचपन कार्यशाला का आयोजन राजीव गांधी क्षेत्रीय म्यूजियम के ऑडिटोरियम में हुआ। बाल सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेन्द्र पांडे एवं विजेन्द्र सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कलेक्टर डॉ. एस.पी.सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव, जिला शिक्षा अधिकारी रामखिलाडी बैरवा, म्यूजियम के निदेशक एवं वैज्ञानिक युनूस खान, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राकेश सोनी एवं सदस्य उपस्थित थे। बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक श्रद्धा गौत्तम ने बताया कि सवाई माधोपुर राज्य का पहला जिला है जहां से सुरक्षित बचपन अभियान की शुरुआत की गई है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेन्द्र पांडे ने कहा कि बच्चों को सहभागिता का अधिकार मिले, इसके लिए अभिभावक अपने बच्चों को मित्र के रूप में व्यवहार करते हुए समय दे, जिससे बच्चे अपनी बात एवं परेशानी उनके साथ साझा कर सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए बालकों को मंच एवं विश्वास मिलना चाहिए। कार्यशाला में आयोग के दूसरे सदस्य विजेन्द्र सिंह ने चाइल्ड फ्रेन्डली जिला बनाने के लिए जागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने बच्चों को गुड टच, बेड टच के बारे में बताने तथा किसी प्रकार का शोषण होने या बच्चे के मुसीबत में होने पर टोल फ्री नंबर 1098 पर सूचना देने की बात कही।
कार्यशाला में जिला कलेक्टर डॉ. सिंह ने बाल सुरक्षा सैनिक बनने के लिए उपस्थित सभी लोगों, अधिकारियों एवं बालकों को शपथ दिलाई। इस मौके पर कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल शोषण, बाल अशिक्षा, बाल यौन शोषण को समाप्त करने की दिशा में बालकों के साथ साथ आमजन में जागरूकता आवश्यक है। इसके लिए सभी मिलकर अभियान के रूप में लेते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि बालकों के साथ होने वाले अपराधों एवं अत्याचारों को रोकने के लिए सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। जागरूकता आने पर ही बच्चे भी अपनी आवाज मुखर कर सकेंगे। उन्होंने इसके लिए स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम करने, बच्चों को स्वावलंबी बनाने तथा अपराध की दिशा में नहीं बढ़े इसके लिए सभी के संकल्पित होकर जिले को बाल मित्र एवं चाइल्ड फ्रेन्डली बनाने के लिए कार्य करने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में चाइल्ड लाइन के अरविन्द सिंह चौहान ने इस दिशा में जिले में उनकी संस्था द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी दी। बाल वाहिनियों पर चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर डिस्प्ले करने तथा अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के बालकों ने बालकों से जुडे कानूनों एवं बालशोषण रोकने के लिए नाटिका, सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से भी जागरूकता बनाई। बालकों से सीधे सवाल जवाब कर उनके सवालों के जवाब भी दिए गए। बालकों को विभिन्न योजनाओं एवं कानूनों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर बच्चों को गुड टच बैड टच एवं चाइल्डलाइन की प्रसिद्ध मूवी कोमल को फिल्मांकन किया गया। बालकों द्वारा कई तरह की प्रस्तुतियां दी गई। बालकों को अनिवार्य शिक्षा, पोक्सो, बालश्रम, बाल विवाह पर विस्तृत जानकारी दी गई। नाटिका एवं अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बालकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।