चाइल्डलाइन टीम नें आज शनिवार को बजरिया में भिक्षावृत्ति करते हुए 5 बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति अध्यक्ष श्वेता गर्ग, सदस्य अंकुर गर्ग, बाबूलाल राजोरा, युवराज चौधरी एवं महिला सदस्य ज्येाति शर्मा के आदेश पर सभी बच्चों को चाइल्डलाइन कार्यालय में ही आश्रय दिया गया हैं।
चाइल्डलाइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविन्द सिंह चौहान ने बताया कि बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्वेता गर्ग ने बजरिया क्षेत्र में काफी बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति किए जाने की सूचना मिलने पर बच्चों को रेस्क्यू करने के मोखिक आदेश चाइल्डलाइन टीम को दिए।
टीम के कोर्डीनेटर हरिशंकर बबेरवाल, टीम मेम्बर दशरथ बैरवा, महिला सदस्य मीना कुमारी एवं काउन्सलर लवली जैन ने बजरिया में भिक्षावृत्ति करते पाए जाने पर 5 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया। जिसमें 4 बालिकाएं एवं एक बालक हैं।
टीम हम्मीर पुलिया के निकट कच्ची बस्ती में जाकर लगातार समझाइस एवं जागरुक करती रहती है। इसके बावजूद परिजन बच्चों को कचरा बिनने एवं भिक्षावृत्ति करने के लिए बजरिया के भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर भेजते रहते हैं। कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए लगातार बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए जागरुक किया जा रहा है।
चाइल्डलाइन टीम निरन्तर बच्चों में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जागरूकता कार्यक्रम चला रही है। बच्चों को बार-बार घर से बाहर भीड़-भाड़ में जाने से बचाएं। हाथेां को समय-समय पर धुलवाएं। किसी भी तरह की परेशानी होने पर चिकित्सक की सलाह लें। बच्चों के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की मदद ले सकते है। चाइल्डहेल्प लाइन 1098 महिला बाल विकास भारत सरकार द्वारा संचालित नि:शुल्क हेल्पलाइन है जो रातों-दिन संचालित रहती है।