बीते कुछ दिनों से सर्दी का मौसम रुखसत हो रहा है और गर्मी ने धीरे-धीरे अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही सरसों की फसल की कटाई शुरू हो गई है, एवं तेज धूप की मार से बचने के लिए चेपा मच्छर फसलों से निकलकर बहार आ रहे जिसकी वजह से इन दिनों इनका प्रकोप बढ़ गया है।
तापमान में मामूली बढ़ोतरी और सरसों की कटाई से चेपा मच्छर उड़ने लगा है।
खेतोंं में सरसों की फसल के कारण पैदा होने वाले चेपा मच्छरों ने इन दिनों शहर का रूख कर लिया है। इस मच्छर के कारण दुपहिया वाहन चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हो रही है।
चेपा मच्छर कब आखों में घुस जाए पता ही नहीं। मच्छर आंख ही नहीं नाक और कान में भी घुसकर परेशान कर रहे हैं। पीले कपड़ों पर तो चेपा का विशेष आतंक देखा जा सकता है।
पीले कपड़े पहनकर बाहर निकले राहगीर या वाहन चालक को चेपा के प्रकोप से वापस उल्टे पांव घर पहुंचकर कपड़े बदलने पड़ रहे हैं। चेपा मच्छरों का प्रकोप बाहरी इलाकों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। यहां मच्छरों ने वाहन चालकों की स्पीड पर ब्रेक लगा दिए हैं।
जारी रहेगा प्रकोप : गौरतलब है कि चेपा मच्छर सरसों की फसल कटने तक रहेगा, जैसे-जैसे फसल पूरी कट जाएगी और धूप में तेजी आएगी तब चेपा मच्छरों का प्रकोप भी कम होता चला जाएगा।
खेतोंं में सरसों की फसल के कारण पैदा होने वाले चेपा मच्छरों ने इन दिनों शहर का रूख कर लिया है। इस मच्छर के कारण दुपहिया वाहन चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हो रही है।
चेपा मच्छर कब आखों में घुस जाए पता ही नहीं। मच्छर आंख ही नहीं नाक और कान में भी घुसकर परेशान कर रहे हैं। पीले कपड़ों पर तो चेपा का विशेष आतंक देखा जा सकता है।
पीले कपड़े पहनकर बाहर निकले राहगीर या वाहन चालक को चेपा के प्रकोप से वापस उल्टे पांव घर पहुंचकर कपड़े बदलने पड़ रहे हैं। चेपा मच्छरों का प्रकोप बाहरी इलाकों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। यहां मच्छरों ने वाहन चालकों की स्पीड पर ब्रेक लगा दिए हैं।
जारी रहेगा प्रकोप : गौरतलब है कि चेपा मच्छर सरसों की फसल कटने तक रहेगा, जैसे-जैसे फसल पूरी कट जाएगी और धूप में तेजी आएगी तब चेपा मच्छरों का प्रकोप भी कम होता चला जाएगा।