जिले के ढील, सूरवाल, मानसरोवर एवं मोरासागर बांध से रबी की फसल की सिचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ने की तिथियां तय की गई है। इस संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार मेें जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह की अध्यक्षता में जल वितरण समिति की बैठक हुई।
बैठक में जल संगम अध्यक्षों एवं वितरण समिति के सदस्यों की सहमति के आधार पर ढील बांध से 16 नवंबर को, सूरवाल बांध से 17 नवंबर को, मानसरोवर बांध से 13 नवंबर एवं मोरा सागर बांध से 20 नवंबर को नहरों में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा। जिला कलेक्टर ने जलसंसाधन के अधिशासी अभियंता को नहरों में पानी छोड़ने से पूर्व नहरों की सफाई एवं अन्य आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया कि मानसरोवर बांध में 575.99 मिलियन घन फिट पानी है, जिससे कुल रकबा 3167 हेक्टर क्षेत्र में सिंचाई होती है। बांध से निकलने वाली मुख्य नहर की कुल लंबाई 13.14 किमी एवं इससे निकलने वाली माईनरों की कुल लंबाई 15.36 किमी हैं। जिसमें से 45.97 मिलियन घनफीट डेड स्टोरेज छोडकर शेष पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध है।
इसी प्रकार सूरवाल बांध की भराव क्षमता 15 फीट है। वर्तमान में 863.06 मिलियन घनफीट पानी है। जिसमें से 14.81 मिलियन घनफीट पानी डेड स्टोरेज घटाकर शेष पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध हैं। बांध से सिंचाई का कुल रकबा 4847.71 हेक्टर है। बांध से निकलने वाली मुख्य नहर की लंबाई 20.30 किमी एवं इससे निकलने वाली माइनरों की कुल लंबाई 18.92 किमी है।
ढील बांध से सिंचाई का कुल रकबा 5943 हेक्टर है। बांध से निकलने वाली मुख्य नहर की लंबाई 43.65 किमी एवं इससे निकलने वाली माईनरों की कुल लंबाई 28.105 किमी है। बांध में 913.46 मिलियन घनफीट पानी है। इसमें से 57.17 मिलियन घनफीट डेड स्टोरेज छोडकर शेष पानी सिचाई के लिए उपलब्ध है।
इसी प्रकार मोरा सागर बांध से सिंचाई का कुल रकबा 7374 हेक्टर क्षेत्र है। बांध से निकलने वाली मुख्य नहर एवं माईनरों की कुल लंबाई 109.63 किमी है। बांध में वर्तमान में 74.96 मिलियन घनफीट पानी है। इसमें से 16.96 मिलियन घनफीट पानी डेड स्टोरेज छोडकर सिंचाई के लिए उपलब्ध है।
बैठक में जिला कलेक्टर ने नहरों से पानी टेल तक पहुंचे इसके लिए प्रभावी कार्यवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संगम के अध्यक्ष एवं जल वितरण समिति के सदस्यों से कहा कि पानी व्यर्थ नहीं बहे, आवश्यकतानुसार पानी का उपयोग करें। इस मौके पर उन्होंने जल वितरण समिति के सुझाव भी सुने। अधिशासी अभियंता जल संसाधन विभाग केदार मीना को निर्देश दिए। जल वितरण समिति के सुझाव के अनुसार कार्यवाही करने सहित अन्य निर्देश भी दिए। बैठक में उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर रघुनाथ, उपखंड अधिकारी बामनवास हेमराज परिडवाल, प्रधान सवाई माधोपुर सूरजमल बैरवा सहित अन्य अधिकारी एवं जल वितरण समिति के सदस्य मौजूद थे।