राजनीतिक द्वेषता से नहीं नीति से करें स्थानांतरण
राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (रुक्टा) के प्रदेश महामंत्री डाॅ. बनय सिंह ने कॉलेज शिक्षा में मनमानीपूर्ण स्थानांतरण पर रोक लगाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के समक्ष एक अनोखा प्रस्ताव रखा है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा को रुक्टा की ओर से एक ज्ञापन प्रेषित करते हुए डॉ. सिंह ने राज्य सरकार बदलते ही कतिपय स्वार्थी तत्वों के प्रभाव में आकर माह फरवरी व मार्च, 2024 कॉलेज शिक्षा में बड़े स्तर पर मनमानीपूर्ण व द्वेषपूर्ण स्थानांतरण की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। ज्ञापन में उन्होंने उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि निर्दोष शिक्षकों को अनावश्यक और विद्वेषपूर्ण स्थानांतरण का निशाना बनाने के बजाय सरकार एक स्थायी व पारदर्शी स्थानान्तरण नीति बनाये।
डॉ. सिंह ने यहां तक कहा कि वैचारिक विद्वेष के चलते अन्य शिक्षकों को प्रताड़ित न करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री यदि चाहें तो स्वयं डाॅ. बनय सिंह को प्रदेश के 50 जिलों के किसी भी दूरस्थ महाविद्यालय में एक एक माह के लिए भेज दें। उनके सेवाकाल के बचे हुए 50 महीनों में वे वेतन के अलावा बिना किसी अतिरिक्त भत्ते के प्रत्येक माह अलग अलग जिले में जाने को तैयार हैं, किन्तु अन्य शिक्षकों के स्थानांतरण एक सुनिश्चित व पारदर्शी स्थानांतरण नीति के निर्धारण के पश्चात ही करें।