![Dr. Kirodi ends the dharna after the assurance to release the confiscated tractor-trolleys in 7 days](https://vikalptimes.com/wp-content/uploads/2021/09/Dr.-Kirori-ends-the-dharna-after-the-assurance-to-release-the-confiscated-tractor-trolleys-in-7-days.jpg)
7 दिन में जप्त ट्रैक्टर-ट्रॉलियां को छोड़ने के आश्वासन के बाद डॉ. किरोड़ी ने धरना किया समाप्त
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के जलेबी चौक मैदान में किसान और मजदूरों की समस्याओं को लेकर विशाल किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें सांसद किरोड़ीलाल ने राज्य सरकार और कथित बजरी ठेकेदारों पर जमकर निशाना साधा। सांसद डॉ. मीणा ने कहा कि क्षेत्र में जगह-जगह पुलिस प्रशासन के सहयोग से अवैध नाके लगाकर कथित ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा चौथ वसूली कर किसानों को नाजायज परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कथित ठेकेदार की गुंडागर्दी को क्षेत्र में किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस और प्रशासन का अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहा। कार्यपालिका मजिस्ट्रेट योगेश कुमार डागुर, तहसीलदार किशन मुरारी मीणा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा के नेतृत्व में दो पुलिस उपाधीक्षक मलारना डूंगर, बाटोदा, गंगापुर और बामनवास पुलिस के साथ आरएसी का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया। महापंचायत के बाद सांसद डॉ. किरोड़ीलाल समर्थकों एवं बजरी व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ सवाई माधोपुर पहुंचे।
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जहां उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया। इसके बाद प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए। सांसद ने बताया कि तथाकथित ठेकेदार की ओर से बनाए गए 38 नाकों से कर्मचारियों के नहीं हटने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इसके साथ पुलिस ने जिन रास्तों को बंद किया है, उनको सही नहीं करवाया गया तो गांव-गांव जाकर इन रास्तों को सही करवाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर लीज हो गई है तो रवन्ना लेकर ग्रामीणों को बजरी निकालने दिया जाए।
जिससे इलाके के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। इसके साथ लोगों के पुलिस थानों में बन्द वाहनों को छोड़ा जाए। सूत्रों के अनुसार इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा 7 दिवस में जब्त ट्रेक्टर ट्रोलियों को छोड़ने के आश्वासन के बाद डाॅ. किरोड़ी ने अपना धरना समाप्त कर दिया। बहरहाल बजरी पर रोक और प्रशासन की कार्यवाही से गहराते बेरोजगारी के संकट में डाॅ. किरोड़ी लाल मीणा आम जन के साथ खड़े नजर आए।