कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में जिला प्रशासन के साथ अधिकारी, कर्मचारी, जन प्रतिनिधि, मीडिया एवं आमजन संकट की इस घड़ी में मिलकर काम करें। जिससे कोरोना से लड़ाई को जीता जा सके। मीडिया के लोगों ने जागरूकता बनाने में सराहनीय कार्य किया है।
कोरोना संक्रमण से बचाव में किये जा रहे प्रयासों में मीडिया के सहयोग की सराहना करते हुऐ अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने कहा कि लाॅकडाउन के तहत आमजन घर में रहकर एडवाईजरी की पालना करते हुए मेडिकल प्रोटोकॉल को फॉलो करें। कोरोना से अभी लंबी लड़ाई है। अब तक जिले के लोगों ने धैर्य, साहस का परिचय देते हुए लाॅकडाउन की पालना की है। आगे भी एडवाईजरी की पालना करते हुए इस लड़ाई में कोरोना को मात देने में सहयोग करेंगे। लोग अपने मनोबल को मजबूत रखे, अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकले। लोग घर से बाहर निकलना बहुत आवश्यक हो तो मास्क लगाकर निकले। लोग घबराएं नहीं, किसी तरह का भ्रम नहीं रखें, जागरूकता रखते हुए सरकारी निर्देशों एवं प्रोटोकाॅल की पालना करें। अपने गांव या क्षेत्र में बाहर से किसी को नहीं आने दे, इसकी लोग स्वयं अपने स्तर पर भी माॅनिटरिंग एवं निगरानी रखे। हमारे जिले में कोरोना को नहीं घुसने देने के लिए जिले की सीमा को सील किया हुआ है। उन्होंने बाहर से आने वालों की सूचना आवश्यक रूप से देने की बात कही।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार ने कहा कि अभी तक जिले में कोरोना पाॅजिटिव नहीं आया है। फिर भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सभी तैयारियां की गई है। जिले में चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा एक बार घर घर सर्वे का कार्य पूरा कर लिया है। दुबारा सर्वे शुरू कर दिया है। इसी के साथ खांसी जुकाम, बुखार के मरीजों पर फोकस करते हुए जांच की जाएगी। जिले में पंचायत स्तर पर भी रैंडम सैंपलिंग लेकर जांच करवाई जाएगी। पंचायत स्तर पर बनी ग्राम स्तरीय समितियां लाॅकडाउन की पालना, निगरानी, राशन वितरण, संस्थागत क्वारंटाइन, होम क्वारंटाइन एवं अन्य आदेशों की पालना करवाने में तत्परता से जुटी हुई है।
उन्होने बताया कि जिले में 17 हजार 780 लोगों ने होम क्वारंटाइन में रहते हुए 14 दिन का पीरियड पूरा कर लिया है। लोगों की जागरूकता का सुखद पहलू है कि हमारा जिला अभी तक कोरोना संक्रमण से सुरक्षित है। लोग मास्क पहने, सार्वजनिक स्थान पर थूके नहीं तथा जागरूकता रखे।
अधिकारियों ने बताया कि सामान्य चिकित्सालय में आउटडोर का दबाव कम करने के लिए बजरिया एवं मानटाउन डिस्पेंसरी के साथ ही शहर की अरबन पीएचसी में अतिरिक्त चिकित्सक लगाकर सुविधा को बढ़ाया गया है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से आग्रह किया कि आउटडोर सुविधा का लाभ इन स्थानों पर भी ले सकते है।
अतिरिक्त कलेक्टर ने कहा कि लोग अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकले। आवश्यक रसद सामग्री की सप्लाई, सब्जी आदि का विक्रय घरों तक करवाया जा रहा है। जिले में लाॅकडाउन के चलते कोई भी गरीब, असहाय, दिहाड़ी मजदूर या अन्य कोई भूखा नहीं सोए। इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है। जिले में अब तक 20 हजार 27 सूखी राशन सामग्री के पैकेट एवं 1 लाख 79 हजार खाने के पैकेट वितरित किए जा चुके है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि पुलिस की ओर से संचालित जनता रसोई के माध्यम से भामाशाह एवं पुलिस के सहयोग से 50 हजार से अधिक खाने के पैकेट वितरित किए गए है।
आरसीएचओ डाॅ.कमलेश मीना ने बताया कि जिले में 21 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया था। इनमें 17 हजार से अधिक 14 दिन पूर्ण कर चुके है। जिले में अब तक 562 लोगों की सैंपलिंग की गई है। जिसमें से 323 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जो निगेटिव मिली। वहीं 239 जनों की रिपोर्ट अभी आनी शेष है।
पत्रकार वार्ता में सवाई माधोपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भवानी सिंह पंवार, आरसीएचओ डाॅ. कमलेश मीना, पीएमओ डाॅ.बीएल मीना ने भी जानकारी दी।