नई दिल्ली: भारत के जानेमाने उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने टाटा समूह की ओर से बयान जारी कर रतन टाटा के निधन की पुष्टि की है। वो अपने चेकअप के लिए हॉस्पिटल भर्ती हुए थे। इससे पहले टाटा ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनकी सेहत ठीक है और किसी तरह की चिंता की कोई बात नहीं है। रतन टाटा किसी परिचय के मोहताज नहीं है।
उद्योगपति, उद्यमी और टाटा संस के मानद चेयरमैन अपने अच्छे कामों के लिए जाने जाते हैं। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। 9 अक्टूबर 2024 को उन्होंने अंतिम सांस ली। भारत सरकार ने रतन टाटा को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। रतन टाटा के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित देश के कई दिग्गजों ने उनके निधन पर दुख जताया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा है कि रतन टाटा के निधन से भारत ने एक ऐसा आइकन खो दिया, जिन्होंने कॉरपोरेट ग्रोथ को देश के निर्माण से जोड़ा, साथ ही उत्कृष्टता को नैतिकता से।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है कि रतन टाटा जी एक विजनरी बिजनेस लीडर और एक असाधारण व्यक्ति थे। उन्होंने भारत के एक प्रतिष्ठित उद्योग घराने को स्थायी लीडरशिप दी थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए एक्सपर लिखा है कि रतन टाटा के पास एक विजन था। उन्होंने बिजनेस और परोपकार के क्षेत्र में अपने निशान छोड़े हैं।
इसके साथ ही देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पर लिखा है कि, रतन टाटा के देहांत से दुखी हूं। वह भारतीय उद्योग जगत के एक असाधारण व्यक्ति थे। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था, उद्योग और व्यापार में स्मरणीय योगदान दिया है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्त और प्रशंसकों के साथ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।