सवाई माधोपुर जिले के बौंली उपखंड निवासी इस्मत शेरवानी ने आज बुधवार को जयपुर के जगदुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। इस्मत ने एमए संस्कृत व्याकरण में 75 प्रतिशत अंक हासिल किए। लेकिन दिलचस्प बात यह है की वह एक ऐसे परिवार से संबंध रखती हैं जहां सभी महिला सदस्यों ने संस्कृत में शिक्षा हासिल की है। वहीं इस्मत की बड़ी बहन और 2 भाभी तथा एक चचेरे भाई ने भी संस्कृत विषय से स्नातक किया है। उनके पिता मंजूर आलम शेरवानी सरकारी स्कूल में प्रधानाचार्य थे।
इस्मत की बड़ी बहन रुबीना परवीन शेरवानी ने जोगेश्वरी शास्त्री संस्कृत कॉलेज बौंली से स्नातक किया है। इस्मत को संस्कृत में पढ़ाई करने के लिए उनकी बड़ी बहन रुबीना ने ही प्रेरित किया। उन्हें अपने परिवार और ससुराल वालों की तरफ से भी संस्कृत में पढ़ाई करने के लिए पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। इस्मत अब बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी या जगदुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय से संस्कृत व्याकरण में पीएचडी करने की इच्छा रखती हैं और शिक्षक बनना चाहती है। हालांकि उन्होंने इस बारे में अभी फैसला नहीं लिया है, लेकिन संस्कृत में आगे की पढ़ाई के लिए वह बेहद उत्सुक हैं।