नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को कुछ समय तक कोई न्यायिक जिम्मेदारी नहीं सौंपी जाएगी। इस फैसले की जानकारी दिल्ली हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार कार्यालय ने दी है। दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा पर आरोप लगे हैं कि नई दिल्ली स्थित उनके सरकारी आवास से भारी मात्रा में कैश मिला है।
14 मार्च, 2025 को उनके आवास के एक स्टोर रूम में आग लगी थी, जहाँ पर कथित तौर पर उनके घर से बड़ी मात्रा में कैश मिला था। फिलहाल जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ ‘इन-हाउस’ जांच प्रक्रिया जारी है। इसके लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना ने तीन जजों की कमिटी बनाई है। इस बारे में, 22 मार्च 2025 की रात सुप्रीम कोर्ट ने एक रिपोर्ट सार्वजनिक की थी। उसमें दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय की इस घटना पर रिपोर्ट और जज यशवंत वर्मा का बचाव है।