राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में स्थित डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल विधि विश्वविद्यालय, सोनीपत के नए परिसर में वाइस चांसलर की अध्यक्षता में गत रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। कुल सचिव डॉ. अमित कुमार ने सभी पत्रकारों का स्वागत किया एवं कुलपति प्रो. विनय कपूर मेहरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कुलपति प्रो मेहरा ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे विश्वविद्यालय की स्थापना प्रदेश के विधान मण्डल के अधिनियम 15 के तहत 2012 में की गई और महान दूरदर्शी, समाज सुधारक एवं कानूनी प्रणाली के शिल्पकार भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के सम्मान में इसका नाम डॉ. भीमराव रामजी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रखा गया। उन्होंने बताया कि मैंने यहाँ 10 मार्च 2019 को जॉइन किया था। तब हमारे पास ना बिल्डिंग थी और ना ही स्टाफ था। हमने 10 अप्रैल 2019 को जीसीडब्लू, मुरथल में कैंप ऑफिस स्थापित कर विश्वविद्यालय शुरू किया। इसके बाद यूनिवर्सिटी का लोगों कुलगीत तैयार करवाया गया। यूजीसी में विश्वविद्यालय का रजिस्ट्रेशन किया गया। बिना स्टाफ और बिना इंफ्रास्टेचर के जुलाई 2019 में लॉ का प्रथम बैच शुरू किया। साथ ही बताया कि एसबीआईटी कॉलेज में विश्वविद्यालय का अन्तरिम कार्यालय स्थापित किया गया और हम विश्वविद्यालय को 5 अगस्त 2019 में बिना किसी भवन और केवल कुछ स्टाफ की मदद के साथ प्रथम बैच आरम्भ किया। तब से ही विश्वविद्यालय के विजिन पर हमने काम करना शुरू कर दिया। प्रदेश सरकार की दूरगामी सोच और सकारात्मक प्रयास के चलते आज हमारी अपनी बिल्डिंग भी बनकर तैयार हो गई है और कुछ रेगुलर स्टाफ की भी नियुक्ति की जा चुकी है । इसी प्रोत्साहन के चलते हम क्लैट रैंकिंग में 24 वें पायदान से 16 वें पायदान पर पहुंच गए हैं। हमारा यह सार्थक प्रयास प्रथम रैंकिंग पर पहुंचने तक जारी रहेगा। हमारा लक्ष्य विधि शिक्षा की गुणवता को बढ़ाकर सभी स्तरों पर शैक्षणिक उत्कृष्टता को हासिल करना और आधुनिक बनाकर सुधार करना है। प्रो. मेहरा ने मीडिया को बताया कि कोरोना के दौरान पूरे हरियाणा प्रदेश में हमारा पहला विश्वविद्यालय है जिसने 16 मार्च को 2019 को ऑनलाइन क्लास शुरू की थी। कोरोना काल में हमारे विश्वविद्यालय परिवार का पूरा स्टाफ टीचिंग और नॉन-टीचिंग एवं छात्र-छात्राओं ने मिलकर पीएम केयर फंड और सीएम केयर फंड में सहयोग राशि का योगदान किया था। प्रो. मेहरा ने मीडिया के सभी सवालों के जवाब दिये और कहा कि 2 वर्षों में हमने 65 गेस्ट लेक्चर, 20 राष्ट्रीय सेमिनार, 2 अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार एवं 5 संस्थाओं के साथ एमओयू किया है। आने वाले समय में हम राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय एवं संस्थाओं के साथ ओर एमओयू करेंगे। जिससे विश्वविद्यालय विधि शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। प्रो. मेहरा ने नए कैंपस में स्थापित होने पर विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी एवं यहाँ तक के सफर में लगी हुई पूरी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि यह विश्वविद्यालय लगभग 25 एकड़ में बनकर तैयार हुआ है जिसकी आभा किसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थान से कम नजर नही आ रहीं है।
इस नए कैंपस में छात्र-छात्राओं को एसी क्लास रूम, एयर कंडीशनर कम्प्यूटर लैब, अत्याधुनिक लाइब्रेरी, मूट कोर्ट, विवेकानंद बॉयज छात्रावास एवं अहिल्याबाई गर्ल्स छात्रावास, गेस्ट हाउस, रेजिडेंस हॉल, डिस्पेंसरी, बैंक, एटीएम, स्टाफ के लिए कॉम्प्लेक्स, वाई फाई, आईटी सुविधाए चौबीस घंटे बिजली तथा पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे इत्यादि सुविधाएं है। वर्तमान में विश्वविद्यालय द्वारा बी.ए.एल.एल.बी. ( ऑनर्स ) और पी. जी. डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जा रहा है। प्रो. मेहरा ने मीडिया से आगामी योजनाएं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हमने आने वाले समय में विधि और एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े कई कोर्सेस आरंभ करने एवं शोध के क्षेत्र में भी आधार मजबूत करने के लिए पीएचडी प्रोग्राम शुरू करने की योजना तैयार कर ली है। आगामी सत्र में विधि शब्दावली पर हिंदी और संस्कृत भाषा में डिप्लोमा कोर्स आरंभ करने का प्रपोज़ल बनाया गया है। ताकि हिंदी भाषा को अदालती कार्रवाई में और मजबूती मिल सके। अंत में जनसम्पर्क अधिकारी अम्बरीश प्रजापति ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. अमित कुमार, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. वीना सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार रामफूल शर्मा, डिप्टी रजिस्ट्रार जसवीन्द्र सिंह, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. सतीश कुमार, पीएस टू वीसी रुचि दुग्गल एवं अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।