जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी. सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अन्य संबंधित विभागों से समन्वय कर कृषको को खेती में गुणात्मक सुधार करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों के कौशल विकास के हर सम्भव प्रयास किये जायें और उन्हें नवाचार अपनाकर अधिकतम मुनाफा कमाने के लिए प्रेरित किया जाये।
डॉ. सिंह बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कृषि सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में उद्यान मिशन, आत्मा सहित विभिन्न कृषि योजनाओं की भी समीक्षा की गई।
जल शक्ति अभियान को बनाएं जन आंदोलन:- कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि जल के संरक्षण के लिए जल शक्ति अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कृषि, उद्यान, शस्य विज्ञान, सिंचाई व अन्य विभागों के अधिकारियों को जल शक्ति अभियान में आमजन की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अभियान को जन आन्दोलन का रूप देते हुए अधिक से अधिक लोगो को जोड़ने के प्रयास किये जाये।
कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को भेड़ निष्क्रमण के समय को देखते हुए होतीराम देवासी से सम्पर्क कर भेड़ पालको का प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुओं में बीमारियों की रोकथाम एवं क्वालिटी ब्रीडिंग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
पाइपलाइन एवं स्प्रिंकलर से सिंचाई करने पर जोर दें:- डॉ. सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को किसानो को खुली सिंचाई से दूर करने के प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन एवं स्प्रिंकलर से सिंचाई करने पर 35.40 प्रतिशत पानी की बचत होती है। उन्होंने जिले में किसानों को प्रेरित कर फार्म पौन्ड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
जिले में प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए उद्यमियों को प्रेरित करें:- जिला कलेक्टर ने उर्वरकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सॉयल हैल्थकार्ड के आधार पर मृदा की कमियां पूरी करने के किसानो को निर्देश दिए। उन्होंने जिले में बगीचे की किसानों कि संख्या बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि एलोवेरा की खेती पर भी विशेष ध्यान दिया जायें। उन्होंने जिले में अमरूद के प्रसंस्करण की इकाई लगाने के लिए उद्यमियों को प्रेरित करने के भी निर्देश दिए।
उत्पादन में विविधता जरूरी:- डॉ. सिंह ने कहा कि उत्पादन में विविधता आवश्यक है। इससे किसी एक फसल के दाम कम होने पर सभी किसानों को नुकसान नही होता है। उन्होंने विविध फसलों वाले स्थानों पर किसानों का भ्रमण करवाकर उनकी मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर ने आत्मा योजना के अन्तर्गत किसान गोष्ठियों के आयोजन एवं अन्य प्रशिक्षण में कृषकों के चयन में सावधानी पूर्वक कार्य करने एवं गुणवत्तापूर्ण क्रियान्विती के निर्देश दिए।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार ने कहा कि अमरीका जापान जैसे देश यहां के मुकाबले 10 से 20 प्रतिशत भूमि में अच्छा उत्पादन कर लेते हैं। ऐसे में हमें भी नवाचारों को अपनाने एवं सिंचाई के तरीको में बदलाव लाने की आवश्यकता है। बैठक में परियोजना निदेशक आत्मा अमर सिंह, संयुक्त निदेशक पशुपालन अशोक शर्मा, उपनिदेशक कृषि पीएल मीना, डीआर कॉपरेटिव रवीन्द्र गोयल, एक्सईएन जल संसाधन केदार मीना, सहायक निदेशक उद्यान चन्द्रप्रकाश बड़ाया, सहायक निदेशक शस्य विज्ञान रामराज मीना सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।