निजी स्कूलों द्वारा हर साल की जा रही फीस वृद्धि से परेशान अभिभावकों ने आज कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और निजी स्कूल संचालकों द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाने की मांग की।
अभिभावकों का कहना था कि निजी स्कूल संचालक हर वर्ष 10 से 20 परसेंट फीस बढ़ा देते हैं। जिससे उनको अनावश्यक आर्थिक भार झेलना पड़ता है। स्कूल संचालकों द्वारा कॉपी किताबों का भी खरीदने का निर्धारित स्थान बताया जाता है। साथ ही वह किताबें सरकारी स्कूलों की अपेक्षा 10 से 20 गुना महंगी होती है।
सरकार को चाहिए कि सभी स्कूलों में सरकारी किताबों से ही पढ़ाए जाने का नियम पारित करें और उसकी कड़ाई से पालना हो।
मामले में परिजनों का कहना है कि हर स्कूल की यही कहानी है। आज जो अभिभावक कलेक्ट्रेट पहुंचे, वह सब सेंट पॉल इंग्लिश स्कूल जाकर भी आए थे। जहां पर स्कूल संचालकों द्वारा उनसे रूखा व्यवहार किया गया। उसके बाद उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।