द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक महाकाल मन्दिर उज्जैन के थानापति – मंहत को दी गई थी जान से मारने की धमकी
थानापति मंहत का निजी सहायक भी गिरफ्तार
पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेन्स विश्नोई का झूठा गुर्गा बनकर बीस करोड़ की चौथवसूली करने के 7 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपी सुनील कुमार उर्फ सन्नी पुत्र रमेश चंद निवासी बगदरी जिला श्योपुर, मध्यप्रदेश, रामलखन उर्फ लखन गूर्जर पुत्र मोहन लाल निवासी पादड़ी तोपखान, खण्डार, सवाई माधोपुर, नरेश पुत्र रमेश निवासी कनापुर, जिला श्योपुर, मध्यप्रदेश, धरमू उर्फ धर्म सिंह उर्फ मथुरा पुत्र मोहन लाल निवासी पादडी, तोपखाना, खण्डार, सवाई माधोपुर, प्रदीप सिकरवार पुत्र रामदास सिकरवार निवासी गलेथा तह जोरा, बागचनी जिला मुरैना, मध्यप्रदेश, विजेन्द्र पुत्र भेरूलाल मेघवाल निवासी मौहल्ला, गोरधनपुरा, रामदेव मन्दिर के पास नान्ता कोटा और उमेश पाठक पुत्र सत्यनारायण निवासी बजरंग बिहार कॉलोनी खण्डार को गिरफ्तार किया है।
सवाई माधोपुर जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने द्वादश ज्योर्तिलिंग में से एक महाकाल मन्दिर उज्जैन के थानापति – मंहत बलराम महाराज के स्थानीय आश्रम पादड़ी तोपखाना खण्डार में प्रवास के दौरान गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई का गुर्गा बनकर बीस करोड़ की चौथवसुली एवं जान मारने की धमकी के सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने महंत के निजी सहायक सहित कुल सात लोग गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
प्रकरण में घटना की सूचना प्राप्त होते ही मामला कुख्यात गैंगस्टर से जुड़ा होने एवं प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल के थानापति बलराम महाराज के पैतृक जन्म स्थान पादड़ी तोपखाना आश्रम से संबंधित संगीन मामले को देखते हुए निकटतम मॉनिटिरिंग में अविलम्ब आपराधिक प्रकरण दर्ज कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सवाई माधोपुर हिमांशु शर्मा के निकटतम सुपरविजन में जिल सवाई माधोपुर के सायबर टीम सहित चुन्निदा पुलिसकर्मियों का दल गठित कर मामले का शीध्र ही खुलासा किये जाने के निर्देश दिये गये थे। थानापति महंत बलराम महाराज की सुरक्षा की सवंदेनशीलता को देखते हुए अस्थाई रूप से अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे।
घटना का विवरण:-
पीड़ित श्री द्वादश ज्योर्तिलिंग महाकाल मन्दिर उज्जैन के थानापति – मंहत बलराम महाराज पुत्र प्रहबलाद निवासी पादड़ी तोपखाना, सवाई माधोपुर के द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई कि गत 29 दिसंबर 2023 को समय करीब 2 बजे लगभग अपने आश्रम पर भजन कर रहा था उसी समय अज्ञात मोबाइल नम्बर 7024679192 से फोन आया कि विश्नोई का भांजा बोल रहा हूँ, तीन दिन के अन्दर बीस करोड़ की व्यवस्था कर देना नहीं तो शरीर को बन्दूक की गोलियों से छलनी कर दूंगा, इत्यादि रिपोर्ट पर प्रकरण खण्डार थाने पर पंजीबद्व किया गया।
पुलिस टीम द्वारा किये गये प्रयास:-
थानापति मंहत के आश्रम पर भारी संख्या ग्रामीणों के आवगमन एवं अन्य गतिविधियों पर नजर रखने एवं आपराधिक तत्वों के चिन्ह्किरण हेतु सादा – कपडों में विशेष पुलिसकर्मियों की एक दर्जन से अधिक टीमें नियोजित की गई। प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय विभिन्न गैग के गुर्गों का चिन्ह्किरण कर करीब चार दर्जन से अधिक आपराधिक तत्वों एवं सैंकड़ों संदिग्धों से पूछताछ कर सूचना संकलित की गई।
प्रदेश में फोन पर चौथवसूली हेतु धमकी जैसी वारदातों के प्रकरणों मे विभिन्न जेलों में बन्द आसामाजिक तत्वों के बारे में सूचना संकलित की गई। तकनिकी एवं मानवीय पुलिसिंग की गई। एक दर्जन से अधिक शहरों में दबीश की कार्रवाई की गई है।
सायबर टीम के द्वारा किये गये तकनिकी एवं मानवीय सूचना के आधार पर संकलित साक्ष्यों से पाया कि धमकी में प्रयुक्त संदिग्ध मोबाइल नम्बर का उपयोगकर्ता सुनील कुमार उर्फ सन्नी पुत्र रमेश चन्द निवासी बगदरी जिला श्योपुर मध्यप्रदेश द्वारा दी गई है। इस अपराधी को डिटेन करने हेतु विभिन्न टीमों का गठन कर टोंक, जयपुर, कोटा, आगरा मुरैना, श्योपुर एवं दिल्ली भेजी गई।
तकनिकी एवं मुखबिर से मिली महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर नई दिल्ली से सुनील को डिटेन करने में सफलता प्राप्त की। आरोपी सुनील उर्फ सन्नी से पूछताछ एवं तकनिकी आधार पर प्रकाश में आये अन्य आरोपियों को पुलिस की विशेष टीमों द्वारा सार्थक प्रयास कर पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। इस सम्पूर्ण वारदात के खुलासे में अजीत मोगा, सहायक उप निरीक्षक सायबर सेल की अहम भूमिका रही।
गिरफ्तार बदमाशों के नाम, पता:-
- सुनील कुमार उर्फ सन्नी पुत्र रमेश चन्द निवासी बगदरी जिला श्योपुर मध्यप्रदेश – धमकी देना वाला व्यक्ति, फरार आरोपी मनोज सिकरवार के कहने पर बलराम महाराज को धमकी दी थी, फर्जी सिमकार्ड, दूसरे का बैंक अकाउंट, एटीम का उपयोग करना।
- रामलखन उर्फ लखन गूर्जर पुत्र मोहन लाल निवासी पादड़ी तोपखान खण्डार सवाई माधोपुर – मुख्य षडयंत्रकर्ता रहा है, फरार अपराधी मनोज सिकरवार से मिलकर मनोज सिकरवार के दोस्त सुनील उर्फ सन्नी से धमकी दिलवाई। उमेश पाठक के फोन पे से मुख्य आरोपी को पैसे का ट्रांजेक्शन किया था।
- नरेश पुत्र रमेश निवासी कनापुर जिला श्योपुर मध्यप्रदेश -इस वारदात में लिप्त अन्य फरार आरोपी मनोज सिकरवार से मिला हुआ था।
- धरमू उर्फ धर्म सिंह उर्फ मथुरा पुत्र मोहन लाल निवासी पादडी तोपखाना, खण्डार, सवाई माधोपुर – इस वारदात में लिप्त अन्य फरार आरोपी मनोज सिकरवार से मिला हुआ था, निजी सहायक रामलखन के साथ मिलकर उमेश पाठक से पैसे का ट्रांजेक्शन सुनील उर्फ सन्नी को करवाना।
- प्रदीप सिकरवार पुत्र रामदास सिकरवार निवासी गलेथा तह जोरा बागचनी जिला मुरैना मध्यप्रदेश – वारदात में फरार मनोज सिकरवार को अपना सिमकार्ड देना।
- विजेन्द्र पुत्र भेरूलाल मेघवाल मौहल्ला, गोरधनपुरा, रामदेव मन्दिर के पास नान्ता कोटा – धमकी देने वाले सन्नी उर्फ सुनील को अपना सिमकार्ड, एटीम, बैंक अकाउंट किराये पर देना।
- उमेश पाठक पुत्र सत्यनारायण निवासी बजरगं बिहार कॉलोनी खण्डार, खण्डार जिला सवाई माधोपुर – षयन्ंत्रकर्ता रामलखन गूर्जर से मिलकर उमेश पाठक ने धमकी देने वाले सुनील उर्फ सन्नी को अपने वॉलेट से पैसे का ट्रांजेक्शन करना।
गिरफ्तार आरोपियों से की गई पूछताछ से निम्न तथ्य आये सामने
पुलिस ने बताया की सनसनीखेज आपराधिक घटनाक्रम का मुख्य सूत्रधार सुनील उर्फ सन्नी जो लोगों से लॉन दिलवाने एवं मोबाइल टॉवर लगवाने की आपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहा है, वर्तमान मे जयपुर के चाकसू कस्बे में निवास कर रहा है। सुनील उर्फ सन्नी द्वारा अपने साथी मुरैना निवासी मनोज सिकरवार के सहयोग से षडंयत्र रच कर थानापति मंहत के निजी सहायक रामलखन उर्फ लखन एवं अन्य कर्मचारियों की मदद से आपराधिक घटना को अंजाम दिया।
अपराधियों द्वार वारदात में दीगर व्यक्ति का आधार कार्ड स्कैनिंग के दौरान कांट छाट कर सिमकार्ड प्राप्त किया एवं धमकी हेतु उपयोग किया, धमकी की घटना के समय अपने मोबाइल स्वीच ऑफ कर स्वंय के निवास के स्थान से 200 किलोमीटर दूर जाकर लोकेशन रखी। आपराधिक घटनाक्रम में किये गये लेन देने में किराये पर लिये गये बैंक खाता का उपयोग किया ताकि सामान्य रूप से शक नहीं हो सके। गिरफ्तार किये आरोपियों से विशेष टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है। अन्य आपराधिक घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।
पुलिस टीम में यह रहे मौजूद:-
पुलिस ने बताया की इस कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में वृताधिकारी वतृ सवाई माधोपुर ग्रामीण अनिल डोरिया, खंडार थानाधिकारी दिनेश कुमार, मलारना डूंगर थानाधिकारी लखन सिंह खटाना, अनुसंधान अधिकारी ईश्वर सिंह उप निरीक्षक थाना खण्डार, उप निरीक्षक राजवीर सिंह, उप निरीक्षक टीनू सोगरवाल, सहायक उप निरीक्षक फैयाज, लक्ष्मण सिंह हेड कांस्टेबल, विजय सिंह कांस्टेबल, राजकुमार कांस्टेबल, बलबीर हेड कांस्टेबल, इरफान कांस्टेबल, नरेन्द्र कांस्टेबल, अमृत कांस्टेबल, गजानन्द कांस्टेबल, बाबुलाल कांस्टेबल, योगेश कांस्टेबल, शिशुपाल कांस्टेबल, मुलाराम कांस्टेबल, मुकेश कांस्टेबल और अमृत चन्द हेड कांस्टेबल शामिल रहे।