प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी हीराबेन का निधन 100 वर्ष की उम्र में हो गया है। गत बुधवार को ही माँ हीराबेन की तबीयत बिगड़ने पर उन्हे अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी माँ के निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ”शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों के में विराम… माँ में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है।”
मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है- “काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से”
शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम… मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है। pic.twitter.com/yE5xwRogJi
— Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीराबेन का जन्म मेहसाणा ज़िले के विसनगर में हुआ था। यह वडनगर के क़रीब है। हीराबेन के जन्म के कुछ दिनों बाद ही उनकी माँ यानी पीएम नरेंद्र मोदी की नानी का निधन हो गया था। एक शताब्दी पहले आई एक वैश्विक महामारी में उनकी मौत हुई थी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसी साल 18 जून को बताया था कि, “मेरी माँ का बचपन माँ के बिना ही बीता, वो अपनी माँ से ज़िद नहीं कर पाईं, उनके आंचल में सिर नहीं छिपा पाईं, माँ को अक्षर ज्ञान भी नसीब नहीं हुआ, उन्होंने स्कूल का दरवाज़ा भी नहीं देखा था, उन्होंने देखी तो सिर्फ़ ग़रीबी और घर में हर तरफ अभाव।”
पीएम नरेंद्र मोदी के अनुसार उनकी माँ अपने परिवार में सबसे बड़ी थीं और जब शादी हुई तो भी सबसे बड़ी बहू बनीं।
कई नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ हीराबेन के निधन पर किया गहरा शोक व्यक्त
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी की माँ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि, ”प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की माताश्री, हीराबेन के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है. एक माँ का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है. दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री जी और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति!
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi की माताश्री, हीरा बा के निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है। एक माँ का निधन किसी भी व्यक्ति के जीवन में ऐसी शून्यता लाता है, जिसकी भरपाई असंभव है। दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्रीजी और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति!
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 30, 2022
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की माँ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि, “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पूज्य माता जी के निधन पर गहन शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ। हीरा बा जी का संघर्षपूर्ण व सात्विक जीवन सदैव प्रेरणा है जिनके वात्सल्य व सत्यनिष्ठा से देश को यशस्वी नेतृत्व मिला। माँ का जाना अपूरणीय क्षति है, इस रिक्तता की पूर्ती असंभव है। सादगी, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी माँ के चरणों में सादर प्रणाम निवेदित करता हूँ। ईश्वर प्रधानमंत्री जी व परिजनों को संबल प्रदान करें और पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!”
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की पूज्य माता जी के निधन पर गहन शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ।
हीरा बा जी का संघर्षपूर्ण व सात्विक जीवन सदैव प्रेरणा है जिनके वात्सल्य व सत्यनिष्ठा से देश को यशस्वी नेतृत्व मिला।
माँ का जाना अपूरणीय क्षति है, इस रिक्तता की पूर्ती असंभव है।— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 30, 2022
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि, ”भक्ति, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी नरेंद्र मोदी जी जैसे महान व्यक्तित्व को गढ़ने वाली माँ के चरणों में सादर प्रणाम. पूज्य माँ सदैव प्रेरणा बनी रहेंगी।”
भक्ति, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी, @narendramodi जी जैसे महान व्यक्तित्व को गढ़ने वाली माँ के चरणों में सादर प्रणाम। पूज्य माँ सदैव प्रेरणा बनी रहेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 30, 2022
केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह नें प्रधानमंत्री की माँ के निधन पर लिखा है कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पूज्य माताजी हीरा बा के स्वर्गवास की सूचना अत्यंत दुःखद है। माँ एक व्यक्ति के जीवन की पहली मित्र और गुरु होती है जिसे खोने का दुःख निःसंदेह संसार का सबसे बड़ा दुःख है। हीरा बा ने जिन संघर्षों का सामना करते हुए परिवार का पालन पोषण किया वो सभी के लिए एक आदर्श हैं। उनका त्यागपूर्ण तपस्वी जीवन सदा हमारी स्मृति में रहेगा। पूरा देश दुःख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी जी व उनके परिवार के साथ खड़ा है। करोड़ों लोगों की प्रार्थना आपके साथ हैं। ॐ शांति”
प्रधानमंत्री @narendramodi जी की पूज्य माताजी हीरा बा के स्वर्गवास की सूचना अत्यंत दुःखद है। माँ एक व्यक्ति के जीवन की पहली मित्र और गुरु होती है जिसे खोने का दुःख निःसंदेह संसार का सबसे बड़ा दुःख है।
— Amit Shah (@AmitShah) December 30, 2022
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री की माँ के निधन पर लिखा है कि, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की पूज्य माताजी हीराबेन जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। उनको मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। हीरा बा जी ने अत्यंत कठिन और संघर्षपूर्ण जीवन जीते हुए जो संस्कार अपने परिवार को दिये उसीसे नरेंद्र भाई जैसा नेतृत्व देश को मिला है। अंत्यत सरल और ममता मय उनकी छवि हमेशा स्मरण में रहेगी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और नरेंद्रभाई और मोदी परिवार को इस दु:ख की घड़ी में संबल दे। ॐ शांति।”
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की पूज्य माताजी हीराबेन जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। उनको मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। हीरा बा जी ने अत्यंत कठिन और संघर्षपूर्ण जीवन जीते हुए जो संस्कार अपने परिवार को दिये उसीसे नरेंद्र भाई जैसा नेतृत्व देश को मिला है।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 30, 2022
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पीएम नरेंद्र मोदी की माँ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि, ”माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी की माताश्री पूज्य हीराबा का निधन बेहद दुखद है। पूज्य हीराबा ने वात्सल्य, सादगी, परिश्रम और उच्च मूल्यों वाला जीवन जिया। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी आत्मा को शांति मिले. ऊं शांति।”
માનનીય વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીના માતૃશ્રી પૂજ્ય હીરાબા ના દેવલોક ગમનથી ઊંડા દુ:ખની લાગણી અનુભવું છું. પૂજ્ય હીરાબા વાત્સલ્ય, સાદગી, પરિશ્રમ અને ઉચ્ચ જીવનમૂલ્યોના પ્રતિમૂર્તિ હતા. ભગવાન તેમના આત્માને પરમ શાંતિ અર્પે તેવી પ્રાર્થના કરું છું. ૐ શાંતિ.
— Bhupendra Patel (@Bhupendrapbjp) December 30, 2022
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी की माँ के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा है कि, ”एक पुत्र के लिए माँ पूरी दुनिया होती है। माँ का निधन पुत्र के लिए असहनीय और अपूरणीय क्षति होती है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ॐ शांति!”
एक पुत्र के लिए माँ पूरी दुनिया होती है। माँ का निधन पुत्र के लिए असहनीय और अपूरणीय क्षति होती है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पूज्य माता जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 30, 2022
इसी वर्ष 18 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी माँ हीराबेन का 100वाँ जन्मदिन मनाया था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी माँ हीराबेन के 100 वर्ष पूर्ण होने पर गांधीनगर गए थे। माँ हीराबेन के 100 वर्ष पूर्ण होने पर पीएम मोदी ने एक भावुक ब्लॉग भी लिखा था।
अपने ब्लॉग में पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा था कि, ”आज मैं अपनी ख़ुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूँ। मेरी माँ, हीराबा आज 18 जून को अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। यानी उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते। यानी 2022 एक ऐसा वर्ष है, जब मेरी माँ का जन्मशताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है और इसी साल मेरे पिताजी का जन्मशताब्दी वर्ष पूर्ण हुआ है।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा था कि, ”आज मेरे जीवन में जो कुछ भी अच्छा है, मेरे व्यक्तित्व में जो कुछ भी अच्छा है, वो माँ और पिताजी की देन है। आज जब मैं यहां दिल्ली में बैठा हूँ, तो कितना कुछ पुराना याद आ रहा है।
मेरी माँ जितनी सामान्य हैं, उतनी ही असाधारण भी, ठीक वैसे ही, जैसे हर माँ होती है। आज जब मैं अपनी माँ के बारे में लिख रहा हूं तो पढ़ते हुए आपको भी ये लग सकता है कि अरे, मेरी माँ भी तो ऐसी ही हैं, मेरी माँ भी तो ऐसा ही किया करती हैं। ये पढ़ते हुए आपके मन में अपनी माँ की छवि उभरेगी।”
पीएम मोदी ने लिखा था कि, ”माँ की तपस्या, उसकी संतान को सही इंसान बनाती है। माँ की ममता, उसकी संतान को मानवीय संवेदनाओं से भरती है। माँ एक व्यक्ति नहीं है, एक व्यक्तित्व नहीं है, माँ एक स्वरूप है। हमारे यहाँ कहते हैं, जैसा भक्त वैसा भगवान। वैसे ही अपने मन के भाव के अनुसार, हम माँ के स्वरूप को अनुभव कर सकते हैं।”