जिले सहित प्रदेश व देश भर में सितंबर माह पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। इस माह के दौरान चिकित्सा विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। पोषण माह में एनीमिया, पूरक आहार, दस्त से बचाव, ओआरएस जिंक, स्वच्छता, कायाकल्प, स्तनपान संबंधी जानकारी व जागरूकता जिले भर में बढाई जाएगी। प्रिंट, इलेक्ट्रिाॅनिक व सोशल मीडिया पर कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही स्कूलों और काॅलेजों में पोषण विषय पर विधार्थियों को स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सत्र आयोजित किए जाऐंगे।
प्रधानमंत्री ने दिया पोषण का संदेश:-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से चलाई जा रही योजनाओं के लाभार्थियों और ठेट गांव-ढाणी में नियुक्त एएनएम, आशा सहयोगिनी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आॅनलाइन संवाद किया। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि शिशु के जन्म से एक हजार दिन तक यानी जब तक वह तीन साल का नहीं हो जाए तब तक उसे संपूर्ण टीकाकरण के साथ-साथ सभी प्रकार के पौष्टिक आहार दिया जाना चाहिए। देश का बचपन शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से मजबूत होगा तभी भारत विश्वभर में सुदृढ़ बनेगा। हमारे देश का हर नागरिक पोषित होगा, तभी भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। उन्होंने हर एक शब्द में परिवारों के आर्थिक, सामाजिक एवं स्वास्थ्य कल्याण की बात कही।
प्रधानमंत्री ने राजस्थान सहित तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात, जम्मु-कश्मीर, मिजोरम, छतीसगढ़, झारखण्ड, महाराष्ट्र आदि राज्यों के विभिन्न जिलों में अटल सेवा केन्द्रों व एनआईसी सेंटर पर पहुंची एएनएम, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा सहयोगिनियों के साथ-साथ विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद किया। उन्होंने एनीमिया मुक्त भारत, होम बेस्ड यंग चाइल्ड केयर, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, मिशन इंद्रधनुष, संपूर्ण टीकाकरण अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना सरीखे राष्ट्रव्यापी जन स्वास्थ्य कल्याणकारी कार्यक्रमों के लाभार्थियों से आॅनलाइन संवाद किया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने नवजात को केवल छह माह तक स्तनपान के लिए माताओं को प्रेरित करने के लिए संचालित माॅं कार्यक्रम की सफलता पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने सभी जगह वर्तमान में पोषण माह को त्यौहार के रूप में मनाए जाने पर ख़ुशी जताई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के हिंद स्वराज की संकल्पना को याद करते हुए भारत के डिजिटल इंडिया में विकसित होने की बात पर गर्व जताया। पोषण माह के अवसर पर प्रधानमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम में सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ तेजराम मीना, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कैलाश सोनी, अर्बन हेल्थ प्लानिंग कंसल्टेंट प्रतीक शर्मा, जिला आशा समन्वयक विमलेश षर्मा, जिला आईईसी समन्वयक प्रियंका दीक्षित महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिकों ने भाग लिया।
जिला अस्पताल में भी समस्त वर्टीकल काउंसलरों द्वारा आने वाले लाभार्थियों से अभियान के घटकों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही जमीनी स्तर पर आशाओं को भी इस अभियान से जोडा जाएगा। आशा सहयोगिनियां अपनी प्रति दिन की जाने वाली विजिट के दौरान पोषण अभियान से संबंधित सलाह देंगी व ब्लाॅक आशा फेसिलिटेटर व आशा सुपरवाइजर द्वारा भी अभियान के अंतर्गत आने वाली गतिविधियों का आयोजन व सुचारू संचालन किया जाएगा। चिकित्सा विभाग में आयोजित होने वाली समस्त मीटिंग्स, कार्यशाला, प्रषिक्षण में पोषण अभियान के समस्त घटको के बारे में जानकारी दी जाएगी।
अनीमिया से करेंगे मुक्त:-
ग्रामीण क्षेत्रों में लेब टेक्नीशियनों द्वारा जिले के निजी व सरकारी स्कूलों में 11 से 19 साल तक के किशोर बालक व बालिकाओं की हीमोग्लोबिन स्क्रीनिंग का आयोजन किया जाएगा। जिले में अभियान के अंतर्गत होने वाली समस्त गतिविधियों की फोटोज को पोषण पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
बेटी पंचायत से भी जुडेगा पोषण अभियान:-
सितंबर माह में डाॅटर्स आर प्रीषियस कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित होने वाली बेटी पंचायत में भी पोषण अभियान के बारे में जानकारी दी जाएगी। बेटी पंचायत का आयोजन जिले भर की 200 पंचायतों में किया जा रहा है। आगामी 14, 25, 28 को आयोजित होने वाली बेटी पंचायत में जुटने वाले सभी ग्राम वासियों को अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।