सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर जिले की पुलिस ने सायबर ठ*गी को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 हजार के इनामी सायबर ठ*ग को अलवर से दबोचने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपी अजहरूद्वीन पुत्र जसरूद्वीन निवासी बास गोठड़ा जिला अलवर को बानसूर क्षेत्र से दबोचने में सफलता प्राप्त की है।
आरोपी पर जिला स्तर पर 5 हजार रूपये का भी इनाम भी घोषित था। पुलिस के अनुसार आरोपी दिल्ली क्रा*इम ब्रांच का अधिकारी बनकर, परिवादी का न्यू*ड विडियो वायरल करने की ध*मकी देकर करीब 2.25 लाख रूपये ऐ*ठने की वारदात में 2 साल से फ*रार चल रहा था। पुलिस की टीम ने लगातार तीन दिन तक बनासकठा गुजरात से अलवर तक करीब 1000 किलोमीटर का सफर कर अप*राधी को अलवर के बानसूर से दबोचा है।
यह था मामला: पेशे से सरकारी अध्यापक निरंजीलाल रैगर निवासी जाखोलास कला थाना बाटौदा के पास दिनांक 31 जूलाई, 2022 के व्हाट्स मोबाइल नम्बर पर एक अज्ञात व्हाट्स मोबाइल नम्बर से कॉल आया। उसके बाद एक न्यू*ड वीडियों एवं न्यू*ड फोटो उसके मोबाइल नम्बर पर आया। एक लड़की ने कॉल कर सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, व्हाट्सअप, यूटयूब पर छवि खराब करने की ध*मकी देकर ब्ले*कमेल करना प्रारम्भ किया।
लड़की ने अलग-अलग बैंक अकाउंट में पैसे डलवायें। एक दिन बाद दिल्ली क्रा*इम ब्रांच का पुलिस अधीक्षक बनकर फोटो वायरल करने एवं लड़की के सु*साइड केस में गिर*फ्तार करने की ध*मकी देकर बेईमानीपर्वूक 2.50 लाख रूपये प्राप्त कर सायबर ठ*गी की थी। इस संबंध में बाटोदा थाने पर मामला दर्ज कर जांच की गई। पुलिस की जांच के पश्चात अजहरूद्वीन पुत्र जसरूद्वीन निवासी बास गोठडा जिला अलवर अपराध प्रमाणित पाया गया था।
5 हजार रुपए का इनाम था घोषित:
इस सायबर ठ*गी की वारदात में लिप्त मुख्य आरोपी अजहरूद्वीन पुत्र जसरूद्वीन निवासी बास गोठडा जिला अलवर 2 वर्ष से फ*रार चल रहा था। फ*रार अजहरूद्वीन की गिर*फ्तारी के लिए जिला स्तर पर पांच हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था।
इस तरह दबोचा आरोपी को:
इस सिलसिले में सहायक उप निरीक्षक अजीत मोगा को सूचना मिली कि सायबर ठ*गी की वारदात में लिप्त मुख्य फ*रार इनामी आरोपी अजहरूद्वीन पुत्र जसरूद्वीन गुजरात गया हुआ है। इस पर एक टीम को नेनावा, बनासकठा, गुजरात भेजा गया। पुलिस
की टीम का पीछा करने का आभास होने पर अजरूद्दीन बनासकठा से रवाना होकर सांचोर, जालौर राजस्थान आ गया।
पुलिस की टीम विभिन्न टोल बुथ से जानकारी कर पीछा करती रही। पुलिस की टीम जब जालौर पहुंची तो वह भीलवाड़ा जयपुर होते हुए अलवर बानसूर आ गया। पुलिस की टीम भी पीछा करते हुए बानसूर पहुंच गई। करीब 1000 किलोमीटर पीछा कर विशेष कार्य योजना बनाकर बानसूर अलवर से दबोचने में सफलता प्राप्त की। इस दौरान स्थानीय थाना पुलिस का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल:
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में बामानवास थानाधिकारी राकेश शर्मा, सहायक उप निरीक्षक अजीत मोगा, हैड कांस्टेबल बलवीर सिंह, लक्ष्मण सिंह और कांस्टेबल विजय सिंह शामिल रहे।