सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो सवाई माधोपुर द्वारा दलितों के मसीहा, सामाजिक समानता के लिए संघर्षशील, समाज सुधारक एवं भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी विकास नापा द्वारा बताया कि सामाजिक क्षेत्र में अम्बेडकर को महान समाज सुधारक माना जाता है, उन्होंने दलितों पिछड़ों अस्पृष्यों के विरूद्ध हो रहे अन्याय का सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक धरातल पर विरोध किया। आन्दोलनों के जरिये शोषित वर्ग में आत्मबल तथा चेतना जागृत करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। भीमराव अम्बेडकर ने दलितों के विकास के लिए अंतर्जातीय विवाह दलितों की शिक्षा संघर्ष और संगठन पर बल व्यवस्थापिका कार्यपालिका तथा राजकीय सेवाओं में अनके पर्याप्त प्रतिनिधित्व का समर्थन किया।
संगोष्ठी में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्योजीलाल मीना द्वारा बताया कि भीमराव अम्बेडकर एक प्रसिद्ध विधिवेता,राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। संविधान निर्माण में उनकी अहम भूमिका और स्वतंत्र भारत में आरक्षण के जरिए दलितों आदिवासियों को सामाजिक, राजनीतिक अधिकार दिलाने के लिए याद किया जाता है। कार्यक्रम में विद्यालय के छुट्टनलाल मीना,सुबोध जैन ने भी भीमराव अम्बेडकर पर अपने विचार व्यक्त किये।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य में ब्यूरो की ओर से विद्यालय के छात्र/छात्राओं के बीच निबन्ध एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में क्रमषः पूजा मीना, अंजलि राजावत व अंकेश मीना ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में क्रमंषः अर्पणा, सावन व जितेन्द्र हरिजन ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। दोनों प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरों की ओर से पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।