सवाई माधोपुर: राज्य सरकार द्वारा संचालित विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना न केवल जरूरतमंदों को आर्थिक सहयोग प्रदान कर रही है, बल्कि उनके सपनों को नई उड़ान भी दे रही है। इसका एक प्रेरणादायक उदाहरण है दोंदरी, करमोदा (सवाई माधोपुर) निवासी मोहम्मद शाकिर खान, जो 40 प्रतिशत लोकोमोटर डिसेबिलिटी (शारीरिक निःशक्तता) से ग्रस्त हैं, लेकिन आत्मनिर्भर बनने की मजबूत इच्छाशक्ति से भरे हुए हैं।
हम्मद शाकिर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत ब्लॉक स्तरीय कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया। आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति के बाद उनका आवेदन संबंधित बैंक को भेजा गया, जहां से उन्हें 1 लाख 30 हजार रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया। राज्य सरकार ने इसमें 50 हजार रुपये की सब्सिडी प्रदान कर शाकिर को व्यवसाय शुरू करने में मदद की। इस सहायता से मोहम्मद शाकिर ने एक ई-रिक्शा खरीदा और आज वे अपने क्षेत्र में नियमित सेवा देते हुए स्थायी आय अर्जित कर रहे हैं।
वे अब न केवल अपने जीवन को सुचारू रूप से चला पा रहे हैं, बल्कि उन्होंने समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया है कि दृढ़ संकल्प और सरकारी सहयोग से कोई भी अपनी राह खुद बना सकता है। सरकारी योजना से प्राप्त सहयोग ने शाकिर को आत्मनिर्भर बनाया। अब वह नियमित रूप से अपनी आमदनी से ऋण भी चुका रहे हैं और अपने परिवार की आवश्यकताओं को भी पूरा कर पा रहे हैं। उनकी यह यात्रा सामाजिक समावेशन और सशक्तिकरण की सशक्त मिसाल बन चुकी है। उनकी सफलता की कहानी से प्रेरित होकर अब गांव के कई अन्य विशेष योग्यजन भी स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। राज्य सरकार की यह योजना साबित कर रही है कि जब संकल्प और समर्थन मिलते हैं, तो विशेष योग्यताएं सीमाएं नहीं बनतीं, बल्कि सफलता की सीढ़ी बन जाती हैं।