राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अश्वनी विज अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सवाई माधोपुर के निर्देशन में श्वेता गुप्ता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर द्वारा आज शुक्रवार को महिला सशक्तिकरण, बालकों के अधिकार और कोविड-19 के दौरान अनाथ हुए बच्चों के अधिकारों के संरक्षण आदि के संबंध में मीटिंग का आयोजन किया गया। श्वेता गुप्ता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर ने बताया कि एक्शन प्लान वर्ष 2021-22 नारी सम्मान सुरक्षा एवं गौरव कार्यक्रम को समर्पित किया गया है, जिसके तहत वर्ष भर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है ताकि उन्हें रोजगार, शिक्षा, आर्थिक तरक्की में बराबरी का मौका मिल सकें, जिससे वह सामाजिक स्वतंत्रता और तरक्की प्राप्त कर सकें। जिसके द्वारा महिलाएं भी पुरूषों की तरह अपनी हर आकांक्षाओं को पूरा कर सकें। श्वेता गुप्ता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर ने मीटिंग में उपस्थित अधिकारीगण को निर्देशित किया गया सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए कई सारी योजनाएं चलाई जाती है इनमें से कई योजनाएं रोजगार, कृषि, स्वास्थ्य, मनरेगा, सर्व शिक्षा अभियान और जननी सुरक्षा योजना से संबंधित है। इन योजनाओं का गठन भारतीय महिलाओं की परिस्थितियों को देखते हुए किया गया है ताकि समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ाया जा सकें।
साथ ही बताया कि बच्चों के साथ हो रहे अत्याचारों पर लगाम कसी जाए। चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान कर उनकी सहायता एवं विधिक अधिकारों का संरक्षण किया जावें। यदि कोई बच्चा अकेला और बीमार हो, उसके पास इलाज के लिए पैसे नही हो, किसी बच्चे का घर, स्कूल या काम पर शोषण हो रहा हो, कोई खोया हुआ बच्चा, किसी बच्चे के साथ दुर्घटना हो जाए इत्यादि से संबंधित कार्यों के लिए प्रोजेक्ट डायरेक्टर चाइल्डलाईन को निर्देश प्रदान किये। इस अवसर पर श्रद्धा गौतम सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग सवाई माधोपुर, श्वेता गर्ग अध्यक्ष बाल कल्याण समिति सवाई माधोपुर एवं अरविन्द सिंह चौहान प्रोजेक्ट डायरेक्टर चाइल्डलाइन सवाई माधोपुर उपस्थित थे।