कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के लिये राज्य सरकार और जिला प्रशासन पूर्ण सतर्क है लेकिन सभी आमजन सावधानी बरतें तो लहर आयेगी ही नहीं या आ भी गयी तो इतनी घातक नहीं होगी। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि गत साल का ट्रेंड देखें तो जिले में मार्च 2020 में एक भी पॉजिटिव नहीं मिला था, अप्रेल में 8 पॉजिटिव मिले लेकिन मृत्यु शून्य रही। मई में 12 पॉजिटिव मिले और इसी माह कोरोना से जिले में पहली मृत्यु दर्ज की गई, जून में 79 और जुलाई में 98 पॉजिटिव मिले यानि 5 माह में 197 पॉजिटिव मिले लेकिन अगस्त में 418 पॉजिटिव केस आये जो इससे पूर्व के 5 माह के कुल जोड़ के दोगुने से भी ज्यादा थे, सितम्बर में इसमें और वृद्धि हुई और 580 केस आये। अक्टूबर में कोरोना केस थोडे कम हुए, इस माह 225 पॉजिटिव मिले, जो नवम्बर और दिसम्बर में फिर बढ़ कर क्रमशः 538 और 409 हो गये। कलेक्टर ने बताया कि अब काफी लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं, कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर, मास्क, 2 गज दूरी और सेनेटाइजेशन हमारी रोजमर्रा की आदत में शामिल हो चुके है, अतः गत साल के ट्रेंड के दोहराव की सम्भावना कम है लेकिन जल्द ही 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों ने टीके नहीं लगवाये या सावधानी में ढील छोड दी तो सम्भावित लहर घातक हो सकती है हमारी तैयारी पूरी है लेकिन कौनसा वैरियंट आयेगा और उसमें हमारी तैयारी कितनी प्रभावी रहेगी कहा नहीं जा सकता क्योंकि पहली लहर में वृद्ध और दूसरी लहर में युवा ज्यादा शिकार हुए। अभी बच्चों का टीका नहीं आया है अगर बच्चे तीसरी लहर के शिकार हुये तो उसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी उन लोगों की होगी जो समय पर पहली और दूसरी वैस्सीन डोज नहीं ले रहे हैं क्योंकि ये लोग खुद तो कोरोना संक्रमित होंगे ही अपने परिवार और सम्पर्क वाले बच्चों को भी घातक संक्रमण देंगे।
बॉर्डर एवं रेलवे चेकपोस्ट को करें पूर्ण सक्रिय:- कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मध्यप्रदेश की सीमा पर बनाई गई बॉर्डर चेकपोस्ट तथा रेलवे स्टेशन गंगापुर एवं सवाई माधोपुर पर बनाई गई चेकपोस्ट को अधिक सक्रिय करें। उन्होंने निर्देश दिए किए दूसरे प्रदेश से आने वाले लोगों की 72 घंटे पुरानी आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण का प्रमाण पत्र जांच किया जाए। इसी प्रकार रेलवे चेकपोस्ट पर भी इसकी जांच सजगता से की जाए तथा नहीं होने पर सैंपलिंग करवाई जाए। उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अधिक से अधिक टीकाकरण के लिए पूर्ण सजगता से लोगों को सैंसटाईज करने के निर्देश दिए।