प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आज बुधवार को गंगापुर सिटी के खूटला सलोना में आयोजित कैम्प रोशनी पत्नी लखन लाल बैरवा के लिये काफी फायदेमंद साबित हुआ। गर्भवती महिला को प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना में मौद्रिक लाभ भी मिलता है लेकिन पिछले 10 माह से विभिन्न कार्यालयों के चक्कर काटने के बावजूद उसके बैंक खाते में योजना की लाभ राशि जमा नहीं हुई। शिविर में उसने इस बाबत कैंप प्रभारी और एसडीएम को बताया तो 1 घंटे में ही उसकी लाभ राशि बैंक खाते में ट्रांसफर करवाने के लिये प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई।
रोशिना ने अपनी समस्या सुनाई तो एसडीएम ने आवेदन की जांच महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी, गंगापुर सिटी से जांच करवाई, जांच में शिकायत सही मिली लेकिन पाया गया कि प्रार्थियां के ममता कार्ड पर पीसीटीएस नम्बर नहीं होने के कारण यह दिक्कत आ रही है। इस पर तत्काल ऑनलाइन आवेदन पूर्ति करवाकर प्रार्थियां को पीसीटीएस नम्बर अलॉट करवाने के साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत 5 हजार रूपये की राशि की ऑनलाइन स्वीकृति जारी की गई। यह राशि बुधवार या गुरूवार को प्रार्थिया के बैंक खाते में आ जायेगी।
रोशिना ने बताया कि पहले किसी अधिकारी ने मुझे ममता कार्ड के पीसीटीएस सम्बंधी समस्या की जानकारी नहीं दी लेकिन आज एसडीएम साहब ने खुद मेरी समस्या का समाधान करवाया। रोशनी ने कहा आज मेरा वह काम आधा घंटे में ही हो गया जिसके लिये 10 महीने से परेशान हो रही थी। सरकार एवं प्रशासन का आभार।
तलाकशुदा महिला को शिविर में परित्यक्ता प्रमाण पत्र जारी कर दिलवाया सरकारी सुविधाओं का लाभ
निशा मेघवाल पुत्री श्रवण राम मेघवाल मीना निवासी फलौदी टोडरा का सन 2018. में तलाक हो गया था लेकिन परित्यक्ता प्रमाण पत्र नहीं बनने से पेंशन, पालनहार और श्रमिक कल्याण योजना आदि कई लाभों से वंचित थी। यह प्रमाण पत्र बनवाने के लिये वह काफी समय से प्रयास कर रही थी लेकिन सफल नहीं हो पा रही थी लेकिन आज बुधवार को टोडरा में प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविर में आवेदन करने के 30 मिनट के भीतर ही उसे परित्यकता प्रमाण पत्र मिल गया। अब उसे पेंशन और पालनहार का भी लाभ मिलना शुरू हो जायेगा। निशा ने परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनवाने के लिये शिविर प्रभारी तथा सवाई माधोपुर एसडीएम को परिवाद दिया।
योजना एवं श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एसडीएम ने प्रार्थना पत्र की तहसीलदार, संरपच, पटवारी और ग्राम विकास अधिकारी से जांच करवायी तो निशा का प्रकरण सही पाया गया। इस पर एसडीएम ने तुरन्त प्रार्थीया का परित्यक्ता प्रमाण पत्र जारी किया तथा मौके पर ही उसे प्रमाण पत्र की प्रति दी गई। निशा ने कहा इस शिविर में आज मेरा ही काम नहीं हुआ, मेरे जैसे सैंकडों लोगों को तत्काल राहत मिली है। मुझे अब पेंशन मिलेगी, मेरे बच्चे को पालनहार योजना का लाभ भी मिल पायेगा। इसके साथ ही श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिलेगा। आज मेरा काम हुआ, मै बहुत खुश हूँ।
दिव्यांग रूप सिंह का बना रोडवेज का स्मार्ट प्रमाण पत्र
हमारे जैसे लोगों के लिये तो सीएम साहब ही सबसे बड़ा सहारा है। पेंशन, रोडवेज स्मार्ट कार्ड, स्वरोजगार के लिये लोन, सहायता समेत सब कुछ दिव्यांगों को राजस्थान में उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह बात दिव्यांग रूपसिंह ने गंगापुर सिटी की खूंटला सलोना ग्राम पंचायत में बुधवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत लगे कैम्प में अपना काम होने के बाद कही। दिव्यांग प्रार्थी रूपसिंह पुत्र बलवीर गुर्जर निवासी सहजपुरा के लिये कैम्प बड़ा सहारा सिद्ध हुआ है।
रूपसिंह काफी समय से रोडवेज का स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए चक्कर काट रहा था। वह रोडवेज के हिण्डौन और सवाई माधोपुर डिपो कार्यालयों में भी जा चुका था लेकिन तकनीकि खामी बताकर कार्ड नहीं बनाया गया। प्रशासन गांवों के संग अभियान में सभी के वाजिब काम हो रहे हैं, यह बात वह कई दिनों से अखबार में पढ़ रहा था और इसी से प्रेरित होकर पूरी उम्मीद के साथ वह बुधवार को शिविर में पहुंच गया तथा एसडीएम को परिवाद सौंपा।
एसडीएम ने कैम्प में उपस्थित रोड़वेज के कार्मिक से जांच करवायी तथा इसके आधार पर निर्देश दिये कि रोडवेज का कार्मिक ही प्रार्थी का आवेदन पत्र भरवायें तथा तत्काल स्मार्ट कार्ड जारी करें। आवेदन भरने के 10 मिनट के भीतर ही रोडवेज का स्मार्ट कार्ड जारी हो गया। अब रूपसिंह रोडवेज में निःशुल्क यात्रा कर सकेगा जो उसके लिये बड़ा सहारा है।