संपूर्ण देश में टीकाकरण का स्तर सुधारने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा मिशन इन्द्रधनुष चलाया जा रहा है। जिले में बच्चों और गर्भवती माताओं को सम्पूर्ण टीकाकृत करने के लिए खंडार ब्लाॅक में मिशन इन्द्रधनुष चला कर सघन टीकाकरण किया जा रहा है। अभियान 7 जून से शुरू होकर 13 जून तक चलेगा। 0 से 02 साल तक के बच्चों का नौ जानलेवा बीमारियों से बचाव करने के लिए बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण किया जाएगा। इस साल मिशन का चौथा चरण है और जून माह में इसका तीसरा राउंड है, अभियान का पहला राउंड अप्रैल माह में व दूसरा राउंड मई में हो चुका है जिसमें बच्चों का चिन्हीकरण कर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा टीकाकरण किया गया।अभियान में अप्रैल माह से जुलाई माह तक टीकाकरण किया जाएगा।
जिले के उन दूर दराज के ग्रामीण इलाके जहां नियमित टीकाकरण की चिकित्सकीय सेवाएं पहुंच से दूर हैं। ऐसी दूर दराज की ढाणिया, घुमंतु परिवार, विस्थापित परिवार, निर्माणाधीन भवन के मजदूर, कच्ची बस्तियों, ईंट भट्टों, दुर्गम क्षेत्रो या ऐसे परिवार जो टीकाकरण करवाने में आनाकानी करते हैं उसे सही नहीं मानते हैं उन स्थानों पर मिशन इंद्रधनुष के तहत उस क्षेत्र की आशा अथवा आंगनवाडी कार्यकर्ता के माध्यम से दो साल तक के बच्चों व गर्भवती माताओं की लाईन लिस्ट बनाकर उनमें से टीकाकरण से वंचित रहे बच्चों व गर्भवती माताओं को टीकाकृत किया जा रहा है। जिले में लगभग 1000 बच्चों व 200 गर्भवती महिलाएं जो टीकाकरण से वंचित है उनको सेवाएं दी जा रही है।
नौ बीमारियों से बचाएगा मिशन
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. उमेश शर्मा ने कहा कि अभियान में बीसीजी, ओपीवी, रोटावायरस वैक्सीन, पेंटावेलेंट, मीजल्स, हैपेटाइटिस, डीपीटी, टिटनेस के टीके लगाकर बच्चों को पोलियो, टीबी, गलघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, दस्त, मेनिनजाइटिस, न्यूमोनिया, हेपेटाइटिस बी, खसरा जैसी नौ खतरनाक बीमारियों से बचाया जाएगा। दूर दराज के ग्रामीण इलाके जहां चिकित्सा सेवाओं की पहुंच कम है व ऐसे स्वास्थ्य केंद्र जहां पिछले तीन माह से एएनएम नहीं है वहां सत्र लगाकर ड्राप आउट बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है।