सवाई माधोपुर: जिले सहित प्रदेश भर में भीषण गर्मी का दौर जारी है। ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा फलों के सेवन को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल कुमार जैमिनी ने बताया कि गर्मी की लहर के दौरान कुछ फलों की खेपों में कृत्रिम पकाने या संरक्षण के लिए अनसेफ एवं नॉन परमिटेड रसायनों का उपयोग किया जा रहा है। इसलिए आम जन को कुछ चुनिंदा फलों की खरीद एवं सेवन करने में विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
इसके संबंध में आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रक राजस्थान एच गुईटे के द्वारा दिशा निर्देश प्रदान किये गए हैं। आम जिन्हें कैल्शियम कार्बाइड से कृत्रिम रूप से पकाया गया हो। केले, जिनमें रसायनों द्वारा कृत्रिम पकने की आशंका हो। तरबूज एवं खरबूजे, जिनमें सिंथेटिक डाई या रासायनिक संरक्षक पाए गए हों। अंगूर एवं सेब, जिन पर अत्यधिक वैक्स कोटिंग या कीटनाशक अवशेष मौजूद हो सकते हैं।
इस प्रकार के फलों के सेवन से श्वसन तंत्र में जलन, तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव एवं दीर्घकालिक वि*षाक्तता जैसे गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। इन दिशा-निर्देशों को जनस्वास्थ्य एवं सुरक्षा के हित में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम की धारा 16 (5) एवं धारा 29 के अंतर्गत जारी किया गया है। इन प्रकार की मिलावटें खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 का उल्लंघन हैं और खाद्य सुरक्षा शाखा द्वारा प्रदेश सहित जिले भर के बाजारों में सघन नमूना जांच और प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।
अनसेफ खाद्य पदार्थों के विरुद्ध एफएसएस अधिनियम की धारा 59 एवं संबंधित प्रावधानों के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएमएचओ ने आमजन से भी अपील की है कि वे केवल लाइसेंसधारी या विश्वसनीय विक्रेताओं से ही फल खरीदें। सभी फलों को उपयोग से पूर्व अच्छी तरह धो लें। अत्यधिक चमकदार छिलके या अत्यधिक एकसमान पके हुए फलों से बचें। संदेहास्पद मामलों की सूचना व्हाट्सएप नंबर 9462819999 (वाहटसएप्प मैसेज के माध्यम से) पर सूचित करें।