राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सवाई माधोपुर के निर्देशानुसार आज बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव समीक्षा गौतम की अध्यक्षता में बालविवाह रोकथाम अभियान के सफल आयोजन के लिए शिक्षा विभाग एवं स्काउट गाइड्स के अधिकारीगण के एडीआर सेन्टर जिला न्यायालय परिसर में बैठक आयोजित हुई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने बताया कि रालसा जयपुर के निर्देशानुसार बालविवाह रोकथाम हेतु अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बालविवाह के दुष्परिणामों के संबंध में आमजन को जागरूक करने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाना प्रस्तावित है।
बाल विवाह सामाजिक समस्याओं में से एक घातक समस्या हैं जो भारत को महिला अधिकारों के क्षेत्र में पीछे रखता है और अनेक समस्याओं जैसे गरीबी, कुपोषण, निरक्षरता, कम जीवन प्रत्याशा, उच्च शिशु मृत्युदर आदि को बढ़ावा देती है। बालविवाह की प्रथा विशेष रूप से महिलाओं के लिये ज्यादा घातक सिद्ध होती है, कम उम्र में ही उनके बच्चे हो जाने के कारण उनकी शिक्षा, उनका शारीरिक व मानसिक विकास आदि रूक जाते है एवं उनकी संताने भी कमजोर पैदा होती है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को अबूझ सावों के अवसर पर बालविवाह रोकथाम के लिये विशेष रूप से सजग रहने एवं बालविवाह के मामलों में निगरानी रखने तथा बालविवाह रोकथाम के लिये स्कूलों, कॉलेजों व सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम एवं बालविवाह निषेध रैलियों का आयोजन करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी नाथूलाल खटीक, स्काउट सचिव महेश सेजवाल, कार्यालय सहायक महावीर प्रसाद जैन आदि उपस्थित रहे।