प्रदेश के अलवर जिले में मूक-बधिर बच्ची से गैंगरेप करने के बाद जो बात सामने आ रही है वो दिल दहला देने वाली है। अलवर में गैंगरेप का शिकार हुई नाबालिग बच्ची का 8 चिकित्सकों की टीम ने मेजर ऑपरेशन किया है। रेप के बाद पुलिया से फेंकी गई बच्ची को गत बुधवार को ही अलवर से जयपुर जेके लॉन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया था।
जयपुर में जेके लॉन हॉस्पिटल में 8 चिकित्सकों की टीम ने नाबालिग का बड़ा ऑपरेशन किया है। ऑपरेशन के बाद पीड़िता को आईसीयू रूम में रखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार उसकी अभी एक सर्जरी और होनी बाकी है लेकिन पुलिस पीड़िता के होश में आने का वेट कर रही है ताकि उसकी काउंसलिंग की जा सके।
इस मामले के बाद अब प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है। और सरकार पर आरोप लगाए है की ये महिलाओं की सरक्षा नहीं कर सकती और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
वहीं अगर सियासत की बात करें तो सवाई माधोपुर जिले में भी सियासत गरमाती हुई नजर आई है। यहां रणथंभौर निजी दौरे पर आई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल ने छात्र-छात्राओं के साथ प्रदर्शन करते हुए प्रियंका गांधी का घेराव किया लेकिन उससे पहले की वो प्रियंका से मिले पुलिस ने उन्हें होटल से एक किलोमीटर की दुरी पर पहले ही किरोड़ी समर्थकों को रोक लिया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्राएं लगातार पुलिस प्रशासन से मांग करती रही की उन्हें एक बार प्रियंका गांधी से मिलने दिया जाए लेकिन पुलिस बल के आगे ये प्रियंका गांधी से नहीं मिल सकी। हालांकि प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने के पीछे इनका मैन मकसद यही था कि वो हमेशा महिला सशक्तिकरण की बात कहती है तो वर्तमान में चूंकी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है तो फिर प्रियंका राजस्थान की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवेंदनशील क्यों नहीं है। और आरोप ये भी है कि जब हाथरस (यूपी) में किसान की हत्या हुई तो प्रियंका गांधी उनके घर पहुंच गई लेकिन अलवर मामले में वो आगे क्यों नहीं आई।