बाटोदा, सवाई माधोपुर :- बाटोदा थाना पुलिस ने गौतस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कार्रवाई कर गायों से भरी मेटोडोर को जब्त किया है। पुलिस के अनुसार महानिरीक्षक पुलिस भरतपुर रेंज, भरतपुर, तथा सवाई माधोपुर जिला पुलिस आशिक्षक हर्षवर्धन अगरवाला के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गंगापुर सिटी प्रकाश चन्द और पुलिस उपाधीक्षक वृत बामनवास तेज कुमार पाठक के निकटतक सुपरविजन में बाटोदा थानाधिकारी रामकेश मीना के नेतृत्व में किरोडी लाल ए.एस.आई. मय जाप्ता द्वारा अवैध गतिविधियों पर नजर रखते हुए गौवंश की तस्करी कर रहे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर 40 गौवंश (नर गाय) व एक मेटाडोर (मिनी ट्रक) जब्त की है। साथ ही आपराधियों के खिलाफ गौवंश अधिनियम के तहत थाना बाटौदा थाने पर प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस मामला दर्ज कर अनुसंधान व आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
घटना का विवरणः-
गत दिनांक 17 फरवरी को रात्रिकालीन गश्त एवं उच्चाधिकारीयों के आदेशानुसार नाकाबंदी के दौरान गत शनिवार को सुबह के 2 बजकर 41 मिनट पर पुलिस थाना बाटोदा के सामने नाकाबन्दी कर रहे रायसिंह एएसआई मय जाप्ता द्वारा गंगापुर सिटी की तरफ से आई एक मेटाडोर नम्बर एमपी 13 जीए 8389 रंग सफेद जिसके उपर तिरपाल लगी हुई थी। जिसे चेकिंग हेतु रुकवाया तो वाहन चालक द्वारा वाहन को नहीं रोका गया। जिसकी संदिग्धता के कारण पुलिस गश्त व नाकाबंदी जाप्ता द्वारा वाहन का पीछा करने पर मेटाडोर का चालक व उसके साथियों द्वारा मोरेल नदी के जंगली ईलाके में छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये।
पुलिस जाप्ता द्वारा तिरपाल को हटाकर मेटाडोर को चैक किया गया तो दो परतों में गौवंश के पैर – मुंह बांध कर ठूंस – ठूंस कर भरा मिला। मेटाडोर को जेसीबी की मदद से नदी से निकालकर गौवंश को नीचे उतारा गया तो कुल 40 गौवंश (नर गाय) जिनमें से कुछ घायल हालत व 02 गौवंश मृत मिले। पुलिस जाप्ता द्वारा घायल गौवंशों का चिकित्सकों से ईलाज करवाया गया एवं मृत गौवंशों का पोस्टमार्टम कराकर सःसम्मान अंतिम संस्कार किया गया। घटना में प्रयुक्त वाहन को जब्त किया गया। गौतस्करों के खिलाफ राजस्थान गोवंशीय पशु (वध का प्रतिषेध और अस्थायी प्रवजन या निर्यात का विनियमन) अधिनियम 1995 में दर्ज किया गया।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल:-
बाटोदा थानाधिकारी रामकेश मीना, किरोडी लाल सहायक उप निरीक्षक, रायसिंह सहायक उप निरीक्षक, यशवन्त कांस्टेबल, चैनसिंह कांस्टेबल, रूपसिंह कांस्टेबल, समय सिंह कांस्टेबल, खुशीराम कांस्टेबल, रामेश्वर कांस्टेबल एवं शिवलाल कांस्टेबल शामिल रहे।