शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय में सह शिक्षा में संचालित महाविद्यालय अध्ययन में छात्राएं सफलता के निरन्तर नये आयाम बना रही है। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. ओपी शर्मा ने बताया कि पीजी महाविद्यालय में सत्र 2021-22 में कुल नामांकित 5, 177 छात्र-छात्राओं में 2131 छात्राएं नांमाकित हुई है। महाविद्यालय में बी.ए., बी.एससी, बी. काॅम, बी.एस.सी कृषि व एम.ए. में 3500 छात्रों ने आवेदन किया है एवं मेरिट में 2131 छात्राओं ने प्रवेश में सफलता पाई। डाॅ. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय में सभी संकायों में संकाय सदस्यों के पद भरे होने कक्षाओं मे नियमित अध्ययन संचालन, ऑनलाईन पढ़ाई के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजनों से छात्राओं को अध्ययन हेतु प्रोत्साहन मिला है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय में समय समय पर “महिला प्रकोष्ठ” के द्वारा छात्राओं के लिए रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन करवाया जाता है। जिसमें मेहंदी मांडणा, काव्य पाठ, भाषण, फ्लाॅवर डेकोरेशन के साथ व्यक्तित्व विकास व करियर कांउसलिंग के पाठ्यक्रम भी चलाए जाते हैं। डाॅ. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय एनसीसी इकाई आर्मी विंग में 33 प्रतिशन स्थान छात्राओं के लिए आरक्षित है। वही राष्ट्रीय सेवा योजना स्काउट व गाईड में भी छात्रा विंग स्थापित है।
छात्राओं के लिए छात्रा काॅमन रूम, उच्च शिक्षा व खेल गतिविधियों का आयोजन भी किया। महाविद्यालय में अध्ययनरत् प्रत्येक छात्रा को श्रेणीवार विभिन्न छात्रवृत्तियों का लाभ देकर संबल प्रदान किया जाता है। जिसमें स्कूटी योजना, इंस्पायर योजना, एन. एस. पी. मेरिट, मुख्यमंत्री स्कालरशिप, अल्पसंख्यक आदि छात्रवृत्तियाँ प्रमुख है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय स्तर पर केम्पस में छात्राओं की सम्पूर्ण सुरक्षा के लिए सीसी टी वी कमरे लगवाये गये। वही छात्राओं की समय समय पर कांउसलिंग व छात्रा सुझाव पेटी से उनकी समस्याओं को अविलम्ब सुलझाया जाता है। महाविद्यालय में समय समय पर प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से छात्राओं को व्यावसायिक अवसर भी प्रदान किया जाता है। साथ ही महाविद्यालय के सभी संकायों में छात्राओं को प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने पर महाविद्यालय द्वारा प्रमाण-पत्र व पुरूस्कार प्रदान किया जाता है। डाॅ. शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय स्तर पर “छात्रा सुविधा केन्द्र, छात्रा विश्राम स्थल” व “छात्रा परामर्श केन्द्र” की स्थापना भी की गई है। जिससे छात्राएं भयमुक्त वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रख सके। डाॅ. शर्मा ने बताया कि इसके लिए एक हेल्पलाईन भी बनाई गई है। जिसके माध्यम से छात्राएं किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकती है।