राज्य सफाई कर्मचारी आयोग राजस्थान सरकार के सदस्य राहुल महाराज की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में नगरीय निकाय के अधिकारियों एवं संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रथम कार्यकाल में राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया। उसके उपरान्त से ही आयोग निरन्तर इस सफाई कार्य में लगे सफाई कार्मिकों के हितों के लिए कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा अनुरूप आयोग सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा मानकर उन्हें भी आरजीएचएस का लाभ दिलाने का हर संभव प्रयास कर रहा है जिसमें आयोग काफी हद तक सफल रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के नगर निकायों में जिन सफाई कर्मचारियों को आरजीएचएस का किसी भी कारणवश लाभ नहीं मिल रहा है उन्हें इसका लाभ मिलने में आ रही किसी भी प्रकार की समस्या और कमी को दूर करने के निर्देश उन्होंने नगर परिषद आयुक्त होती लाल मीना को दिए है।
उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के माध्यम से लगी सफाई कर्मचारी का भुगतान समय पर हो और उनका पीएफ व एसआई कटे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आमजन को महंगाई से राहत प्रदान करने के लिए महंगाई राहत कैंप लगा रही है। ठेके पर लगे सफाई कर्मचारियों को महंगाई राहत कैंपों के माध्यम से सरकार की 10 योजनाओं का लाभ मिले यह सुनिश्चित करने के निर्देश नगर परिषद आयुक्त को उन्होंने दिए है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में नगरीय निकाय में जिस पद पर कार्मिकों की नियुक्ति हुई है उससे वह कार्य कराया जाए। सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्त कर्मचारी से सफाई का कार्य करवाया जाए चाहे वह किसी भी वर्ग से क्यों न हो।
उन्होंने कहा कि वाल्मिकी समाज में महर्षि नवल स्वामी के रूप में एक महान संत हुए हैं जिन्होंने समाज में व्याप्त कुरूतियों को दूर करने के लिए समाज में जागृति लाने का कार्य किया। ऐसे समाज के संत का पेनोरमा राज्य सरकार द्वारा जोधपुर में बनाने की घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि ऐसे समाज के महान् संत के नाम पर शहरों के चौराहों एवं गलियों के नामकरण करने के लिए उन्होंने नगरी निकाय के पदाधिकारियों से कहा है। इस दौरान तहसीलदार मुकेश अग्रवाल, स्वास्थ्य निरीक्षक गजेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य निरीक्षण सीमा मीना, कनिष्ठ अभियंता सिराजुउद्दीन, सफाई प्रभारी अस्मत अली, जमादार राजेन्द्र, मनोज, सुरेश, अशोक आदि उपस्थित रहे।