शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बजरिया का जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने औचक निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी राजकीय चिकित्सालयों में राज्य सरकार के निर्देशानुसार दवाओं एवं जांच की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी राजकीय चिकित्सालयों के वाशवेसिन के साथ-साथ हाथ धोने के तरीके के स्टीकर लगे हो, शौचालय स्वच्छ व साफ सुथरे हो, शौचालयों के बाहर शौचालय को साफ करने का दिनांक आदि का अंकन हो। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी कार्यक्रमों के फ्लैक्स चिकित्सा संस्थानों पर लगे हो। औषधि केन्द्र स्वच्छ व्यवस्थित हो।
प्रत्येक दवा का बॉक्स बनाकर उस पर नाम का अंकन हो अगर दवा रखने का बॉक्स उपलब्ध नहीं हो तो उस दवा का नाम अवश्य लिखा जाए। वहीं सभी औषधि भण्डारों पर फस्ट एक्सपायर्ड, फस्ट आउट की व्यवस्था सुनिश्चित हो। मरीजों की सुविधा के लिए स्ट्रेचर्स एवं व्हील चेयर की उपलब्धता अस्पताल परिसर के मुख्य द्वार पर हो। वहीं चिकित्सालय परिसर में कार्मिकों की अपडेटेड सूची मोबाइल व पद सहित का अंकन किया जाए। दवा वितरण केन्द्र पर दवा वापसी का भी बॉक्स हो। ताकि मरीज या उसके परिजन अनुपयोगी दवा पुनः चिकित्सालय के दवा वितरण केन्द्र पर वापस कर सके।
उन्होंने कहा कि बीपी एवं हिमोग्लोबिन जांच की सुविधा चिकित्सक कक्ष में हो ताकि अधिक से अधिक मरीजों की समय पर बीपी एवं हिमोग्लोबिन जांच की जा सकें। जिला कलेक्टर ने अस्पताल में चिकित्सक कक्ष, एएनसी कक्ष, प्रयोगशाला, हैल्थ मैनेजर कक्ष, टीकाकरण कक्ष, औषधि भण्डार, शौचालयों, गार्डन इत्यादि का निरीक्षण कर कार्मिकों की उपस्थिति पंजिका, मूवमेन्ट रजिस्टर, प्रयोगशाला की जा रही जांचों के रजिस्टर को भी देखा। उन्होंने औषधि भण्डार में साइको एवं नारकोटिक मेडिसिन को लोकर में बन्द रखने तथा दवाओं को व्यवस्थित रैक्स में रखने, जिन दवाओं के लिए स्थान अभाव के कारण रैक्स नहीं बने है वहां पर उन दवाओं के नाम के लेबल लगवाने के निर्देश औषधि भण्डार प्रभारी को दिए।
इस दौरान हैल्थ मैनेजर विनोद शर्मा ने पीएचसी में 400 के करीब ओपीडी होने एवं एक ही चिकित्सक की उपलब्धता अस्पताल में मरीजों को होने वाली असुविधा से जिला कलक्टर को अवगत कराया। उन्होंने इसके साथ-साथ लेखाकार ने होने के कारण अस्पताल के बिलों की पैंडेन्सी से जिला कलक्टर को अवगत कराया। जिला कलेक्टर ने हैल्थ मैनेजर को अस्पताल परिसर के सामने पार्क को सुव्यस्थित कर हरा भरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था अस्पताल के पास खाली पड़े स्थान पर करने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने सुविधा कक्षों के संकेतक लगाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारी को दिए। इस दौरान उन्होंने सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में पेयजल टंकियों पर हाथ धोने के पांच स्टेप्स के स्टीकर लगवाने के निर्देश सभी संस्थान प्रभारी को दिए है ताकि विद्यार्थी सही तरीके से हाथ धोना सीखे।