अमेरिका: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ बढ़ाकर 125 फीसदी करने की घोषणा की है। जो तुरंत प्रभाव से लागू होगा। वहीं, दुनिया के बाकी देशों के लिए उन्होंने 90 दिन की ‘रोक’ की मंजूरी दी और इस दौरान रेसिप्रोकल टैरिफ घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ये जानकारी साझा करते हुए चीन पर दुनिया के बाजारों के लिए सम्मान नहीं दिखाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने लिखा है है कि दुनिया के बाजारों के लिए चीन ने जिस तरह से सम्मान नहीं दिखाया है, उसके आधार पर मैं अमेरिका की ओर से चीन पर लगाए जाने वाले टैरिफ को बढ़ाकर 125 फीसदी कर रहा हूं, जो तुरंत प्रभाव से लागू होगा। उम्मीद है कि जल्द ही चीन ये समझेगा कि अमेरिका और दूसरे देशों को लगातार आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने के दिन अब नहीं रहे और ये स्वीकार्य भी नहीं है।
इसके अलावा ट्रंप ने जो 90 दिनों की ‘रोक’ का एलान किया है, इसका मतलब ये है कि चीन को छोड़कर बाकी देशों पर इस 90 दिन के दौरान एक समान 10 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया जाएगा, ये जानकारी व्हाइट हाउस की तरफ से दी गई है। अमेरिकी वित्त मंत्री ने बताया है कि कनाडा और मेक्सिको, जिन पर पहले कुछ सामानों पर 25 फीसदी तक टैरिफ था, अब उन्हें भी 10 फीसदी के बेसलाइन टैरिफ में शामिल किया गया। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि यूरोपीय संघ (ईयू) भी इस रियायत में शामिल है या नहीं।
इससे पहले चीन ने की थी जवाबी कार्रवाई:
इस घोषणा से पहले अमेरिका ने चीन पर 104 फीसदी टैरिफ का एलान किया था, जिसके बाद चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका पर 50 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया। यानी पहले के 34 फिसदी के बजाय अमेरिका पर कुल 84 फीसदी टैरिफ लगेगा। चीन ने अमेरिका के टैरिफ के खिलाफ पूरी दुनिया से एकजुट होने की अपील भी की थी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि अमेरिका के टैरिफ का सामना करने के लिए चीन को अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते मजबूत करने चाहिए।