मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी सवाई माधोपुर ने आशीष गौतम केस ऑफिसर एवं जिला समन्वयक (पीसीपीएनडीटी) के साथ मिलकर पीएचसी उदेई खुर्द, सीएचसी पीलोदा, सीएचसी खंडीप, सीएचसी वजीरपुर एवं राजकीय चिकित्सालय गंगापुर सिटी का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पीएचसी उदेई खुर्द में साफ-सफाई नहीं मिलने, सफाई कर्मचारी के उपस्थित नहीं होने तथा बार-बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठाने पर नाराजगी जताते हुए वहां उपस्थित चिकित्सा अधिकारी व कर्मचारियों को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए तथा जितेंद्र कुमार लेखाकार को पिछले 2 वर्षों का रिकॉर्ड लेकर कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सवाई माधोपुर उपस्थित होने के निर्देश दिए।
सीएचसी पीलोदा के दौरे में वार्ड एवं लेबर रूम में गंदगी, मकड़ी के जाले, गंदे पर्दे, लाइट संबंधी अवयस्थाएं पाए जाने पर उपस्थित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिये। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर व ओमीक्रोन को देखते हुए चिकित्सा केंद्र को प्राप्त ऑक्सीजन कंस्ट्रक्टर, ऑक्सीजन सिलेंडर, वार्ड, दवाइयों के उपयोग करने हेतु चिकित्सा एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण देने तथा समुचित व्यवस्थाओं पर जोर दिया गया। सीएचसी ने खंडीप में चिकित्सकों की ओपीडी कक्ष में बदलाव करने, वार्डों में मकड़ी के जाले, बेड़ों व उपकरणों पर धूल मिलने पर उचित सफाई व्यवस्था करने के तत्काल ही निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उपस्थित ग्रामीणों की समस्याओं पर शीघ्र ही समाधान करने का आश्वासन दिया गया।
सीएचसी वजीरपुर में निरीक्षण के दौरान डिलीवरी रूम, वार्डों में दीवारों पर सीलन, शौचालय में गंदगी, वार्डों में टूटे कांच की खिड़कियों, बेड के खराब गद्दे, बिजली व्यवस्थाएं उचित नहीं पाए जाने पर तत्काल ही सुधार करने के निर्देश दिए। राजकीय चिकित्सालय गंगापुर सिटी में रंगाई पुताई का जायजा लिया गया। चिकित्सालय की दीवारों पर जगह-जगह गुटका पान थूकने के गंदे निशान, गायनी वार्ड में लाइट की समुचित व्यवस्था नहीं पाए जाने, बाथरूम में ऊपर से पानी टपकने, सीलन, एसएनसीयू यूनिट के सामने दीवारों व ट्यूब लाइट, पंखों पर मकड़ी के जाले लगे होने, महिला वार्ड में टूटी हुई खिड़कियों, छत पर पुताई नहीं होने पर मौके पर उपस्थित सफाई ठेकेदार कर्मचारियों को फटकार लगाई गई। आपातस्थिति में चिकित्सालय में एक्स-रे, लैब एवं जीवन रक्षक औषधि का काउंटर खोले जाने के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को प्रदान किए गए।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा विभाग की टीम ने प्रत्येक गर्भवती महिलाओं के रजिस्ट्रेशन करने, जांचों व डिलीवरी संबंधी रिकॉर्ड को पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में समय पर सबमिट करने के निर्देश प्रदान किए गए। क्षेत्र में लिंग चयन करने या करवाने वालों की सूचना विभाग को देने के बारे में बताया।