मेवात इलाके में उधार के पैसे निकालने के लिए किडनैपिंग करना एक फैशन बन गया है। मेवात इलाके में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें लोग अपने पैसे निकालने के जिसे पैसे उधार दिए हैं उसका अपहरण कर लेते हैं। अपहरण करने के बाद परिजनों ने फिरौती मांगी जाती है और पैसे देने पर पीड़ित व्यक्ति को छोड़ दिया जाता है। ऐसा ही मामला कामां थाना इलाके में फिर सामने आया है। जिसमें बाजार सामान लेने गए एक व्यक्ति का बंदूक की नोंक पर अपहरण कर लिया गया।
जुरहरा थाना इलाके में कौतका गांव के रहने वाले अकरम ने पुलिस में शिकायत देते हुए बताया की सुबह 11 बजे मेरे पिताजी हाजी हारून और मेरा भाई कामां में लक्ष्मण सुनार के पास गए थे। सुनार के पास कुछ सोने की जेवर गिरवी रखे हुए थे वह उन्हें लेने के लिए गए थे। जैसे ही वह सोने के जेवर लेकर सुनार के पास से निकले तो, अली मोहम्मद, साहिल, मुबीन और राहुल ने बोलेरो कार व दो बाईक सवारों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
बोलेरो कार से हाजी हारून की बाइक को टक्कर मारी और वह दोनों बाइक से गिर गए। जिसके बाद बाइक पर चल रहे बदमाशों और बोलेरो में बैठे बदमाशों ने अकरम के पिता व भाई से मारपीट की, उनके पास हथियार भी थे। इस घटना के बीच अकरम का भाई वहां से भाग आया और बदमाश हाजी हारून का अपहरण कर उसे अपने साथ ले गए। अकरम के भाई घटना के बारे में अपने घर आकर बताया। जिस पर हाजी हारून के परिजन पुलिस के पास पहुंचे।
हाजी हारून के भाई का कहना है घटना का पता लगने के बाद जब हमने जानकारी की तो पता लगा लेवड़ा गांव के रहने वाले अली मोहम्मद और उसके बेटे हाजी हारून को उठा कर ले गए हैं। वही मामले में थानाधिकारी रामकिशन यादव ने तत्परता दिखाते हुए लेबड़ा गांव में पहुंचकर अपहरण किए गए हाजी हारून को अपने साथ दस्तयाब कर कामां थाने ले आए। पुलिस का कहना है कि जीजा साले का लेनदेन का मामला है दोनों पक्षों से पूछताछ कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।