शहीद दिवस के अवसर पर मंगलवार को शहीद रिपुदमन सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं कन्या महाविद्यालय में काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कन्या महाविद्यालय में आयोजित विचार गोष्ठी में आरती रानी सिंह भदौरिया ने बताया कि देश की स्वाधीनता के लिये प्राण देने वाले प्रत्येक शहीद का अद्वितीय योगदान है। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू ने भारत के स्वाधीनता संग्राम को नया आयाम दिया। भगत सिंह के राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर विचार उन्हें महान इंटेलेक्चुअल की श्रेणी में खडा करते हैं। उन्होंने अस्पृश्यता, साम्प्रदायकिता और राजनीति में धर्म के दखल का हमेशा विरोध किया। आज की युवा पीढ़ी उनके आदर्शों को अपनाएं तथा राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
राजेश शर्मा ने लाला लाजपतराय पर लाठीचार्ज और उनकी मृत्युए भगत सिंह और उनके साथियों द्वारा सांडर्स की हत्या कर इसका बदला देने, केन्द्रीय असेंबली में बम फोड कर भारत के स्वाधीनता संघर्ष को आमजन तक ले जाने के सम्बंध में विस्तार से बताया तथा कहा कि भगत सिंह प्रभावी लीडर थे जिन्होंने बहरी अंग्रेज सरकार को जगाने के लिये नवाचार किया तथा बिना एक बूंद खून बहाये ट्रेड डिस्प्यूुट एक्ट और पब्लिक सेफ्टी एक्ट के शोषणकारी प्रावधानों को दुनिया भर में प्रचारित किया। इस मौके पर आयोजित काव्य प्रतियोगिता में अनोखी, खुशबू तथा काजल ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया जिन्हें नेहरू युवा केन्द्र द्वारा 5 सौ, 3 सौ तथा 2 सौ रूपये पुरूस्कार राशि तथा प्रमाण पत्र दिये जाएंगे।
इसी प्रकार शहीद रिपुदमन सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शहीद दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। प्रधानाचार्य बीएस मीना सहित अन्य वक्ताओं ने विचार गोष्ठी में शहीदों को नमन करते हुए भगत सिंहए सुखदेव एवं राजगुरू तथा आजादी के अमर शहीदों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेने तथा देशप्रेम के भाव को हृदय में आत्मसात करने का संदेश दिया। इस मौके पर सहायक निदेशक पर्यटन मधुसूदन सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। इसके बाद महाविद्यालय में शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।