नई दिल्ली: मेटा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इंडिपेंडेंट फैक्ट चेकर्स को हटाने का फैसला लिया है। इसकी जगह ‘एक्स’ की तरह कम्युनिटी नोट्स का विकल्प शुरू होगा, जहाँ किसी पोस्ट की सच्चाई के बारे में कमेंट करना यूजर की स्वेच्छा पर रहता है। मेटा कंपनी ने मंगलवार को एक ब्लॉग के साथ सीईओ मार्क जकरबर्ग का एक वीडियो पोस्ट किया है।
मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि थर्ड पार्टी मॉडरेटर्स भी “राजनीतिक झुकाव” वाले ही होते हैं। उन्होंने कहा है कि अब “अभिव्यक्ति की आजादी की अपनी जड़ों की ओर लौटने का वक्त आ गया है। मेटा के ग्लोबल हेड के पद पर सर निक क्लेग की जगह ले रहे जोएल कैपलन ने लिखा है कि स्वतंत्र मोडरेटर्स पर कंपनी ने सच्चे इरादे के साथ भरोसा किया था, लेकिन यह अक्सर यूजर्स पर सेंसर लगा देता था।
हालांकि हेट स्पीच के खिलाफ अभियान चलाने वालों में इस फैसले से असहमति दिख रही है। उनका मानना है कि यह बदलाव वास्तव में डोनाल्ड ट्रंप को खुश करने के इरादे से किया जा रहा है। नवंबर में अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेंगे।