जिले में गत दो दिन से चल रही भारी बरसात के मध्य नजर तालाबों, नदियों और नालों में पानी की भारी आवक आने, गांवों तथा शहर के निचले इलाकों के गली मोहल्लों में जल भराव होने की स्थिति में पानी निकासी की व्यवस्था करवाने सहित बांधों पर चादर चलने, कई स्थानों पर सड़क मार्ग की पुलिया पर पानी आने से मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने जिले के आला अधिकारियों की बैठक लेकर स्थिति की समीक्षा की एवं हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने, पूरी तत्परता से कार्य करने, जिन गांवों में निचले इलाकों के घरों में पानी घुसने का अंदेशा है, उन्हें खाली करवाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, उनके लिए निवास और खाने-पीने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि जिले में पिछले 24 घंटे में जिले में रिकॉर्ड बरसात दर्ज की गई है। बैठक में कलेक्टर ने बांधों के गेज एवं पानी की आवक, जिन बांधों पर चादर चल रही है, वहां पानी निकास की स्थिति की समीक्षा की। कलेक्टर ने बताया कि इस संबंध में सेना से भी बात कर उन्हें भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। आवश्यकता पड़ी तो सेना को बुलाकर सहयोग लिया जाएगा। देवपुरा बांध पर लगभग चार फीट चादर चलने एवं चितारा गांव के निचले क्षेत्र के घरों में पानी भरने पर प्रभावित घरों के लोगों को ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करवाने, उनके लिए खाने पीने की व्यवस्था के निर्देश दिए। इसी प्रकार अजीतपुरा गांव के तालाब में पानी के ओवरफ्लो से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखने, चिकित्सा और अन्य टीमें भिजवाकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने डीएसओ को निर्देश दिए किए जरूरत पड़े तो प्रभावित लोगों को अनाज उपलब्ध करवाएं। आसपास के क्षेत्र से चिकित्सा टीम भी मौके पर पहुंचे। सभी पटवारी एवं गिरदावर सहित अधिकारी कर्मचारी मुख्यालय पर आवश्यक रूप से अलर्ट मोड़ रहे। निचले क्षेत्र जहां पानी भरने का अंदेशा है वहां अनाउन्स करवाकर लोगों को सतर्क भी किया जाए।
बरसात एवं बांधों के भराव की समीक्षा कर दिए निर्देशः-
कलेक्टर ने जिले में उपखंड एवं तहसील वाइज बरसात की स्थिति की समीक्षा की। साथ सिचाई एवं पंचायतों के बांध एवं तालाबों में पानी की आवक और नदी नालों में पानी की आवक के संबंध में समीक्षा की। जिन बांधों में चादर चल रही है, वहां अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं एवं संसाधनों को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए।
चंबल-बनास और अन्य नदियों में पानी की आवक पर नजर:-
कलेक्टर ने अधिकारियों कहा से चंबल, बनास सहित अन्य नदियों एवं नालों में पानी की आवक पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने पुराने अनुभवों को ध्यान में रखते हुए चंबल एवं बनास के केचमेंट एरिया में आने वाले गांवों में सतर्कता बरतने सहित आवश्यक व्यवस्थाओं के निर्देश दिए। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को पल-पल की खबर उन्हें देने तथा पूरी तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
मोहल्लों में पानी भराव की सूचना मिलने पर तुरंत पहुंचे टीमें:-
कलेक्टर ने नगर परिषद क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में बरसात के कारण मोहल्लों में पानी भराव की सूचना मिलने पर तुरंत टीमों को पहुंचकर पानी निकासी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला मुख्यालय के कई मोहल्लों में पानी भरने के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इसी प्रकार विकास अधिकारी को गांवों में पंचायत के माध्यम से सभी व्यवस्थाएं करवाने के संबंध में निर्देश दिए।
अवरूद्ध मार्गों को खुलवाने के प्रयास करें:-
कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता से बरसात के कारण पानी की आवक से अवरूद्ध हुए और क्षतिग्रस्त मार्ग को तुरंत खुलवाने के प्रयास करने के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि आठ पोइंट पर सड़कों पर पानी आने से रास्ते अवरूद्ध हो गए है। इनमें चितारा-फलौदी मार्ग पर बांध के पानी की आवक हो रही है। इसी प्रकार बिलोपा, गलवा पुलिया पांवडेरा, गलवा पुलिया नाहरी, गलवा पुलिया सिरोही, सूरवाल-खिलचीपुर लटिया तथा खंडार-तलावड़ा मार्ग पर सड़क के ऊपर से पानी बह रहा है। कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी टीम को निगरानी रखने एवं लगातार कार्य करने के निर्देश दिए।
नियंत्रण कक्ष रहे सुचारू:-
कलेक्टर ने उपखंड अधिकारियों, सिचाई विभाग, नगर परिषद एवं जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष को लगातार एक्टिव रखने तथा सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने नियंत्रण कक्ष के कार्मिकों को भी अलर्ट मोड़ पर रहकर कार्य करने पर जोर दिया। बैठक में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह, एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला परिषद सीईओ रामस्वरूप चौहान, एसडीएम रघुनाथ, नियंत्रण कक्ष प्रभारी अमर सिंह, सीपीओ बाबूलाल बैरवा, सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी नगर परिषद, आरयूआईडीपी और तहसीलदार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।