शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाईयों के तत्वावधान में “एक भारत श्रेष्ठ भारत” विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी प्रेम सोनवाल एवं मीठालाल मीना ने बताया कि इस कार्यक्रम में राजस्थान की पार्टनर स्टेट आसाम का इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, संगीत, भाषा एवं पर्यटन पर व्याख्यान, एक आसामी लघु फिल्म एवं डिक्शन आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए जिला समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना डाॅ. हरिचरण मीना ने बताया कि आसाम राज्य को लाल नदी और नीली पहाड़ियों की भूमि के नाम से जाना जाता है। जिसे पूर्वोत्तर का द्वार भी कहा जाता है। इन्होंने बताया कि स्वयं सेवकों को अपने राज्य के साथ-साथ आसाम राज्य के कला, संस्कृति, परम्पराएं, भाषाऐं एवं इतिहास को समझकर विचारों का आदान-प्रदान करना आवश्यक है। सह आचार्य डाॅ. गुंजिका दुबे ने बताया कि आसाम के स्थानीय त्योहारों की एक विशिष्ठ श्रंखला है जो इस भूमि के सांस्कृतिक सोंदर्य को बढ़ाती है। इन्होंने आसाम मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहार “बिहु” के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम अधिकारी प्रेम सोनवाल ने बताया कि आसाम पिछले कुछ वर्षों से पर्यटन गंतव्य के रूप में उभरा है। अपने प्राकृतिक सोंदर्य, वातावरण, अनूठी वनस्पतियां, जीव जगत, जैव विविधता व हरी भरी घाटियों की वजह से आसाम इको-टूरिज्म का प्रमुख स्थान बन गया है। कार्यक्रम में शाहिद जैदी, शकील अहमद, डाॅ. गोपाल सिंह एवं डाॅ. हनुमान प्रसाद मीना एवं स्वयं सेवको ने अपने विचार व्यक्त किये।