राज्य सरकार कोरोना का प्रसार रोकने के लिये स्वास्थ्य ढॉंचें को मजबूत करने से लेकर सभी सम्भव प्रयास कर रही है। लेकिन आम जन को चाहिए कि कोरोना प्रोटोकॉल की पूर्ण पालना करें, साथ ही कोविड-19 के दोनों टीके समय पर लगवाएं। जिले में मंगलवार को लिये कोविड-19 सैम्पल में से 9 पॉजिटिव मिलने के बाद शासन-प्रशासन पूर्ण अलर्ट मोड़ पर आ गया है, इसके साथ ही फ्लैग मार्च, जुर्माना, दुकान सीज, गोल घेरे लौट आये हैं। जिला प्रभारी मंत्री भजनलाल जाटव ने बुधवार शाम को कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक लेकर स्थिति की समीक्षा की तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं, बेड, ऑक्सीजन उपलब्धता, कंसन्ट्रेटर, 15-18 आयु के बच्चों के टीकाकरण, बच्चों के लिये स्पेशल मास्क आदि के सम्बंध में अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये।
इससे पूर्ण दोपहर को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन और एसपी सुनील विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने जिला मुख्यालय पर फ्लैग मार्च कर राहगीरों, दुकानदारों व अन्य को कोरोना का प्रसार रोकने के लिये मास्क, सोशल डिस्टंसिंग की पूर्ण पालना करने तथा कोविड-19 टीके की दोनों डोज लगवाने के लिये समझाया तथा नहीं समझने पर कड़ी कार्रवाई के लिए चेताया गए। प्रभारी मंत्री ने बताया कि प्रत्येक अभिभावक अपने बच्चे के स्वास्थ्य के साथ ही उसके कॅरियर को लेकर भी चिन्तित है।
जिले में 15 से 18 साल के 16 हजार बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर इस आयु वर्ग का जल्द से जल्द सम्पूर्ण टीकाकरण करे ताकि बच्चे सुरक्षित रहें, साथ ही कोरोना पॉजिटिव होने पर कॅरियर सम्बंधी सम्भावित नुकसान से बच सकें।
टीका प्रमाण पत्र को जेब या मोबाइल में रखें:- जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि एक व्यक्ति की लापरवाही का खमियाजा लाखों लोग नहीं भुगत सकते। समझाइश का दौर बीत गया है। गुरूवार से मास्क, सोशल डिस्टेसिंग की अवहेलना करने पर जुर्माना, दुकान सीज करने की कार्रवाई बडे पैमाने पर होगी। इसके लिये विभिन्न विभागों की संयुक्त टीमें निरीक्षण करेंगी। कलेक्टर ने जिले के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की है कि असुविधा से बचने के लिये कोविड-19 टीके की दोनों डोज लगे होने के प्रमाण पत्र को मोबाइल में सेव करके रखें या इसकी प्रति जेब में रखें क्योंकि किसी भी सार्वजनिक स्थान, कार्यालय में ऐसे व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है।
इसके साथ ही आमजन को सरकारी कार्यालय, बैंक में कम से कम आना पडे, इसके लिये ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली, ऑनलाइन लेनदेन का अधिक से अधिक उपयोग करें जिससे संक्रमण न फैले। उन्होंने जिला अस्पताल समेत अन्य चिकित्सा संस्थान, बैंक, रेलवे स्टेशन आदि में पूर्व की भॉंति 6 फीट दूरी के गोले अंकित करवाने के भी निर्देश दिये। कलेक्टर ने खिरनी और मलारना डूंगर ऑक्सीजन प्लांट को 3 दिवस के भीतर शुरू करने, जिले में उपलब्ध प्रत्येक कंसन्ट्रेटर और ऑक्सीजन सिंलेंडर, रेगुलेटर की पुनः जॉंच कर लेने, चिकित्सा विभाग के प्रत्येक स्टाफ को इनके संचालन की प्रारम्भिक ट्रेनिंग देने के निर्देश भी दिये। बैठक में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी समेत सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।