सवाई माधोपुर:- मौसमी बिमारियों एवं लू-तापघात से बचाव के लिए जिले में चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर है। निदेशालय व जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के निर्देशानुसार विभाग ने कार्ययोजना के अनुरूप विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए मौसमी बिमारियों एवं लू-तापघात से बचाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने बताया कि जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष, जिला अस्पताल, सवाई माधोपुर एवं जिले के समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रेपिड रेस्पोंस टीम का गठन कर दिया गया है। समस्त चिकित्सा केंद्रों पर पर्याप्ता मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड आईस पैक तथा जीवन रक्षक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।
साथ ही आपातकालीन परिस्थिति हेतु पृथक से ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड तथा जीवन रक्षक दवाईयां आरक्षित रखी गई है। जिले में 15, 108 एम्बूलेन्स 11, 104 एम्बूलेन्स 4 मोबाइल मेडीकल यूनिट वेन व 8 ममता एक्सप्रेस एम्बूलेन्स क्रियाशील है, जिन्हे मौसमी बिमारियों एवं लू-तापघात से बचाव हेतु विशेष निर्देश प्रदान कर दिये गये है। समस्त चिकित्सा कार्मिकों को मुख्यालय पर रहने की लिये पाबन्द कर दिया गया है।
सावधानी बरते, लू से बचें, क्या करें, क्या न करें:-
लू तापघात से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी, तरल पदार्थ जैसे छाछ नीबू का पानी, आम का पानी का प्रयोग करें। यात्रा करते समय पानी साथ रखें। संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें। हल्के रंग के सूती एवं ढीले कपडे पहने एवं सर को ढके एवं कड़ी धूप से बचे।
विशेष तौर पर 12:00 बजे से 3:00 बजे अपरान्ह के बीच सूर्य के ताप से बचने हेतु बाहर जाने से बचे एवं कड़ी मेहनत से बचे। बच्चों, गर्भवतियों व वृद्वों को धूप में बाहर न जाने दें। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुने और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहे। जहाँ तक संभव हो घर में ही रहें और सूर्य के सम्पर्क से बचें।
जानवरों को छाया में बांधे और उन्हे पर्याप्त पानी पिलाएं। लू से प्रभावित व्यक्त्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़ों से पोछे अथवा नहलाए तथा चिकित्सक से सम्पर्क करें। बीमार और गर्भवती महिला कामगारों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
निर्जलीकरण से बचने के लिए ओआरएस के घोल का प्रयोग करें। सिर को हैट, गमछे अथवा छाते से ढक कर रखें। लू लगने के लक्षणों को पहचाने, यदि कमजोरी लगे, सिर दर्द हो, उल्टी महसूस हो, तेज पसीना, चक्कर आए तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें।