उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में 17 दिन से फंसे 41 मज़दूरों को सकुशल निकाल लिया गया है। मजदूरों के बाहर निकाले जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उनसे फोन पर बातचीत की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी दोनों ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के हैंडल से पोस्ट में यह जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा है कि, ”आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सिलक्यारा टनल से सफलतापूर्वक रेस्क्यू किए गए श्रमिकों से फ़ोन पर बात कर उनका कुशलक्षेम जाना।” पीएम नरेंद्र मोदी ने बचाए गए मज़दूरों से उनका हालचाल पूछा है। उन्होंने कहा कि कई संस्थाओं की ओर से चलाए गए इस बचाव अभियान ने सभी को भावुक कर दिया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने सिलक्यारा टनल से सफलतापूर्वक रेस्क्यू किए गए श्रमिकों से फ़ोन पर बात कर उनका कुशलक्षेम जाना।#UttarakhandTunnelRescue pic.twitter.com/fxPqwq9L70
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
पीएम मोदी के अनुसार, इस मिशन में शामिल सभी लोगों ने मानवता और टीम वर्क का अद्भुत उदाहरण पेश किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर ट्वीट करते हुए कहा कि,” उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।
मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
टनल से निकाले जाने के बाद सभी 41 मजदूरों को एम्बुलेंसों से टनल से 30 किमी दूर स्थित चिन्यालीसौड़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। टनल से वहां जल्द से जल्द पहुंचने के लिए प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर बनाया। वहां अस्पताल में 41 ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों वाला एक वार्ड भी बनाया गया है।
(सोर्स – बीबीसी न्यूज हिन्दी)